वास्तु शास्त्र एक ऐसा माध्यम है जो व्यक्ति के जीवन में उत्पन्न वास्तु दोषों के निवारण के लिए सहायक है, वास्तु शास्त्र के माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन से वास्तु दोषों को दूर करके अपना जीवन खुशहाल बना सकता है. वास्तु शास्त्र में हमारे जीवन से सम्बंधित सभी प्रकार के वास्तु दोषों को दूर करने के कई उपाए बताये गए है, जिनका उपयोग करके हम इन्हें दूर कर सकते है. आज हम आपको कुछ ऐसे ही उपाए के विषय में बताने जा रहे है जो आपके जीवन को खुशियों से भर सकते है. घर का मुख्य द्वार वास्तु शास्त्र में बताया गया है की यदि व्यक्ति के घर के मुख्य द्वार में किसी प्रकार का कोई वास्तु दोष है तो इसका पता लगाने के लिए किसी नवजात बच्चे को अपने घर के अन्दर ले जाएँ यदि वह बच्चा आपके घर के अन्दर जाने से रोता है तो इसका मतलब आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा विद्धमान है और उसका बुरा प्रभाव आपके जीवन पर पड़ रहा है. वास्तु में बताये गए पवित्र चिन्ह यदि किसी व्यक्ति के घर में हमेशा तनाव रहता है या घर का कोई सदस्य बार- बार बीमार हो जाता है तो यह आपके घर में वास्तु दोष होने का संकेत है इसके निवारण के लिए व्यक्ति को अपने घर के मुख्य द्वार की दिशा और उनेक रंगों का चुनाव वास्तु के अनुसार करना चाहिए क्योकि आपके घर के मुख्य द्वार से ही आपके घर नकारात्मक और सकारात्मक दोनों ही ऊर्जा प्रवेश करती है इसलिए वास्तु शास्त्र में व्यक्ति के घर के मुख्य द्वार को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. मुख्य द्वार पर ये दो निशान अपने घर या ऑफिस के मुख्य द्वार पर दोनों तरफ यदि आप ॐ और स्वास्तिक का निशान बनाते है तो इससे आपके घर या ऑफिस में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती है इन्हें बनाने के लिए आप सिन्दूर का प्रयोग कर सकते है या फिर बाजार से तैयार स्टीकर भी लाकर लगा सकते है. वास्तु शास्त्र में इन दोनों चिन्हों को बहुत पवित्र माना गया है जो नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखने में सहायक होते है. हो जाएं अगर इन चीजों के दर्शन तो समझ लें की आप धन्य हो गए यह संकेत आपको बताते है की ईश्वर हमेशा आपके आस पास होते है घर से निकलने पर इन महिलाओं का दिखाई देना बहुत शुभ होता है साधारण ताले से खोलिए अपनी बंद किस्मत का ताला