किसी किसी को एक जगह बैठे रह कर काम करते वक़्त कुछ खाने की आदत होती है, चाहे वो ऑफिस का कोई काम हो या फिर बैठकर पढ़ाई करना हो, वैसा देखा जाए यह आदत किसी हद तक सही भी है. ऐसा करने से व्यक्ति को बोरियत नहीं होती साथ उसका वह काम करने में मन भी लगा रहता है. यहां हम पढ़ाई और काम के साथ खाने की बात इस लिए कर रहे है कि क्योकि अक्सर हम देखते है जब कोई व्यक्ति लगातार कोई एक काम या पढ़ाई के लिए घंटो भर बैठ जाता है, तो व्यक्ति को वह काम करते वक़्त आलास या फिर नींद आने लग जाती है. जिसकी वजह से वह अपने कार्य पर फोकस नहीं रह पता है. ऐसे में जब आपको किसी भी कार्य को करने में आलास या नींद आने लग जाए तो आप कुछ भी हल्का फुल्का खा ले, जिससे आपका थोड़ी देर के लिए उस कार्य से ध्यान हट जाएगा, जिसके बाद आप जब भी उस कार्य को पुनः शुरू करोगे तो पहले जैसा ही तरो तजा महसूस करोगे. मध्यप्रदेश में सिन्थेटिक्स यार्न के उद्योग कहां पर हैं? भू-वैज्ञानिक दृष्टि से मध्यप्रदेश किस भू-भाग का हिस्सा है ? इस बात को लेकर आज भी KL राहुल की माँ देती है ताने