स्नेक यानी कि आते जाते यहाँ वहां खाने वाला नाश्ता. हमेशा बच्चे स्नेक के रूप में बाजार के पैकेट वाले पदार्थ खाते है जो कि सेहत की दृष्टि से हानिकारक होते है. ऐसे में आप उन्हें भारतीय स्नेक शक्करपारे बना के खिलाएंगी तो उनकी सेहत को कोई भी हानि नहीं पहुंचेगी. सामग्री- ½ कप - गेहूं का आटा ½ कप- मैदा ¼ कप महीन रवा 2 चम्‍मच घी या तेल ½ चम्‍मच अजवाइन ½ चम्‍मच जीरा ¼ चम्‍मच काली मिर्च पिसी हुई ½ चम्‍मच चम्‍मच नमक या स्‍वादअनुसार ½ कप दूध या पानी तेल- डीप फ्राई करने के लिये. विधि- एक बड़ी प्‍लेट में गेहूं, मैदा और रवा को मिक्‍स कर लें। फिर उसमें अजवाइन, कुटी हुई काली मिर्च, जीरा और स्‍वादअनुसार नमक मिक्‍स कर लें. एक छोटे पैन में 2 चम्‍मच घी गरम करें. इस घी को ऊपर वाले मिश्रण में डालें और उंगलियों की सहायता से मसल लें. फिर इसमें आधा कप दूध मिक्‍स करें और आटा तैयार करें. आटा बिल्‍कुल भी मुलायम ना रखें। फिर आटे को गीले कॉटन के कपड़े से 30 मिनट के लिये ढांक कर रख दें. फिर आधे घंटे के बाद आटे को हाथों से मसलें और तीन भागों में बांट कर हाथों से रोल कर लें और एक छोटा बॉल बना लें. अब इसको बेल कर 6 से 7 इंच तक गोलाई में फैलाएं. यह ना तो ज्‍यादा मोटा होना चाहिये और ना ही बहुत पतला. अब चाकू की मदद से इसको डायमंड शेप का काटें और किनारे एक प्‍लेट में ढंक कर रखें. फिर कढाई में तेल गरम करें, फिर उसमें इन्‍हें थोड़ा थोड़ा कर के फ्राई करें. तेल अगर बहुत ज्‍यादा गरम होगा तो शंकरपल्‍ली बाहर से पक जाएगी पर अंदर से नरम ही रहेगी. इसलिये तेल को एक बार गरम कर के हल्‍का ठंडा कर लें. एक बार जब सारी शंकरपल्‍ली बन कर तैयार हो जाएं, तब इन्‍हें ठंडा कर के किसी जार में भर कर रख लें. फिर इन्‍हें स्‍नैक के तौर पर सर्व करें. पुदीना से बढ़ेगा चिकेन पुलाव टेस्ट अब आप भी खा सकते है घर पर बने स्वदिष्ट कबाब ठंड के मौसम में खाएं गरमा-गरम मूली के पराठे