अमेठी: रविवार (14 जुलाई 2024) को, इस्लामवादियों की भीड़ ने अमेठी के मुसाफिरखाना पुलिस स्टेशन के बाहर "हिंदुस्तान में रहना है या हुसैन कहना है" के नारे लगाए , यानी कि जिसे भारत में रहना है, उसे 'या हुसैन' कहना होगा। यह घटना मुहर्रम जुलूस के दौरान हुई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। पुलिस ने इस संबंध में FIR दर्ज की है और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। SP अनूप कुमार सिंह ने कहा कि, "मुसाफिरखाना पुलिस स्टेशन के अंतर्गत सोशल मीडिया के जरिए एक वीडियो संज्ञान में आया है। वीडियो में नज़र आ रहे लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। मामले में FIR दर्ज कर ली गई है, जांच जारी है। मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।" वहीं, इस मामले पर स्वामी परमहंस आश्रम सगरा बाबूगंज के मुख्य पुजारी मौनी जी महाराज ने कहा कि थाने के सामने ऐसे भड़काऊ नारे लगाने से क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा होता है। उन्होंने कहा कि, "मैं सीएम योगी आदित्यनाथ और जिला प्रशासन से इस मामले में तुरंत कार्रवाई की मांग करता हूं ताकि ऐसे तत्वों के नापाक इरादों पर रोक लग सके।" इस्लामवादियों पर हमला बोलते हुए मौनी जी महाराज ने कहा कि, "ऐसे तत्वों की जड़ें पाकिस्तान तक फैली हुई हैं। ये लोग भारत में सांप्रदायिक हिंसा भड़काना चाहते हैं और 'गंगा-जमुनी' संस्कृति को तबाह करना चाहते हैं। इसलिए, फ़ौरन कार्रवाई की जानी चाहिए।" मौनी महाराज ने कहा कि इस प्रकार की हरकतों के पीछे कोई सियासी साजिश हो सकती है और राजनेताओं के संरक्षण में रहने वाले असामाजिक तत्व हिंदुओं और मुसलमानों के बीच टकराव पैदा करना चाहते हैं। बता दें कि, हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में इस सीट पर कांग्रेस नेता के एल शर्मा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को मात देकर अपनी सांसद सीट सुनिश्चित की थी। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के फैसलों ने कांग्रेस को उलझन में डाला, संविधान और सुप्रीम कोर्ट पर क्या होगा पार्टी का रुख ? वाल्मीकि विभाग के बाद अब वक्फ बोर्ड में भी घोटाला ! कर्नाटक में विपक्ष नहीं, खुद विभाग के अधिकारी कर रहे शिकायत अकाल तख्त ने की स्वर्ण मंदिर में 3 खालिस्तानी चरमपंथियों की तस्वीर लगाने की मांग, क्या होगा SGPC का रुख ?