अक्टूबर में आईआईपी ग्रोथ 3.2 फीसदी घटी

 

मुंबई: लगातार दूसरे महीने, भारत की औद्योगिक उत्पादन वृद्धि अक्टूबर में कम आधार प्रभाव के कारण 3.2 प्रतिशत तक धीमी हो गई, लेकिन खनन, बिजली और विनिर्माण क्षेत्रों ने जोरदार प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा शुक्रवार को उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में विनिर्माण क्षेत्र में दो प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) का 77.63 प्रतिशत है।

अक्टूबर में खनन क्षेत्र का उत्पादन 11.4 प्रतिशत बढ़ा, जबकि बिजली उत्पादन में 3.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस साल मई से अगस्त तक के 4 महीनों में कारखाने के उत्पादन में दो अंकों की वृद्धि दर्ज की गई। फिर यह इस साल सितंबर में 3.3 प्रतिशत और कम आधार प्रभाव के कारण मुख्य रूप से 3.2 प्रतिशत तक गिर गया। अक्टूबर 2021 में आईआईपी 133.7 अंक पर रहा, जबकि पिछले साल इसी महीने में यह 129.6 अंक था।

एनएसओ के आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर 2019 में यह इंडेक्स 124 अंक पर था। इस प्रकार, डेटा ने निम्न आधार प्रभाव के घटने का संकेत दिया। इस साल मई के बाद से आईआईपी वृद्धि में दो अंकों की वृद्धि देखी गई, जिसका मुख्य कारण निम्न आधार प्रभाव था। अक्टूबर 2020 में आईआईपी में 4.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी। इस साल अप्रैल-अक्टूबर के दौरान आईआईपी पिछले साल की समान अवधि में 17.3 फीसदी के संकुचन के मुकाबले 20 फीसदी आगे बढ़ा था। आंकड़ों से पता चला है कि सितंबर 2020 में औद्योगिक उत्पादन में सुधार हुआ और सितंबर 2019 के महामारी-पूर्व स्तर को पार कर गया है।

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