इंदौर: घुटनों से यूरिक एसिड निकालने का झांसा देकर सेवानिवृत्त बैंक अफसर को दो लाख रूपए का ठगी का मामला सामने आया है. बाद में पता चला की 'डॉक्टर' अनपढ़ है. वह खुद को घुटनों का विशेषज्ञ बताकर उपचार करता था. पुलिस ने उसके दो सहयोगियों को भी गिरफ्तार कर लिया. तिलक नगर थाना एसआई गुलाबसिंह रावत के अनुसार बख्तावरराम नगर निवासी 70 वर्षीय तरुण पारिख से दो आरोपितों ने दो लाख रुपए ऐंठ लिए थे. पारिख के घुटनों में दर्द रहता है. उपचार करवाकर लौटते समय गिरोह के एक सदस्य ने कहा था कि वह ऐसे डॉक्टर को जानता है जो घुटनों का बहुत ही अच्छा इलाज करता है. उसके एक दिन बाद डॉ हमीद अंसारी का कॉल आया और उपचार करने पारिख के घर पहुंच गया था. थोड़ी बहुत जांच-पड़ताल के बाद कहा यूरिक एसिड जमा है. उसे विशेष औजारों से निकालना पड़ेगा. एक बूंद के 760 रुपए लगेंगे. आरोपित ने करीबन 500 बूंदें निकालीं और तीन लाख 80 हजार रुपए का बिल थमा दिया. मोल-भाव के पश्चात् तीन लाख रुपए देना तय हुआ. इसके बाद आरोपित ने नकद और चेक समेत दो लाख रुपए ले लिए. आरोपित ने पारिख से दवाइयों के नाम पर दो लाख मांगे तो शक हुआ और बेटी-दामाद के साथ थाने पहुंच गया. फर्जी डॉक्टर रिजवान उर्फ रंजीत (डॉक्टर) व मोहम्मद अली को बीते शनिवार को गिरफ्तार किया था. रिजवान अनपढ़ है और देवास में डेरों पर रहता है. पुलिस ने बीते रविवार को शफरुद्दीन और सलमान को भी गिरफ्तार कर लिया है. दोनों चेक से रुपए निकालने व रैकी करने का काम करते थे. एसआई ने दो लाख रुपए व कार जब्त कर ली है. एसआई के अनुसार उन औजारों की तलाश है जिससे घुटनों से खून निकाला जाता था. लिफ्ट देने के बहाने किया महिला के साथ दुष्कर्म बीच पर कपल बना रहे थे संबंध तभी आ गई पुलिस शादी के 3 महीने बाद दुल्हन ने किया ऐसा काम कि उड़ गए दूल्हे के होश