कोच्ची: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने कहा है कि यदि केरल सरकार अपना फैसला वापस नहीं लेती है, तो वह इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। बता दें कि केरल के कई इलाकों में बकरीद को देखते हुए 18, 19 और 20 जुलाई को कपड़े, जूते-चप्पल, ज्वेलरी आदि कई दुकानों को खोलने की इजाजत दी गई है। इस फैसले के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने कोरोना की तीसरी लहर के खतरे के बीच केरल सरकार को बकरीद पर छूट दिए जाने को लेकर चेतावनी दी है। IMA ने कहा है कि केरल सरकार यदि पाबंदियों में ढील देने का फैसला वापस नहीं लेती है तो वो इसके खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय जाएंगे। IMA ने कहा कि केरल सरकार के फैसले से उसे 'दुख' पहुंचा है क्योंकि राज्य में कोरोना संक्रमण के केस अब भी बढ़ रहे हैं। IMA ने आगे कहा कि यहां तक कि पीएम नरेंद्र मोदी ने भीड़-भाड़ के खिलाफ आगाह किया है और कई राज्यों में तीर्थयात्रा आदि निरस्त कर दिए गए हैं। IMA ने एक बयान में कहा है कि, 'जब उत्तर के कई राज्यों ने जैसे जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड आदि ने लोगों की सुरक्षा के मद्देनज़र लोकप्रिय और पुरानी पारंपरिक यात्राओं को निरस्त किया है, ऐसे में ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि केरल ने ऐसा फैसला लिया।' बता दें कि केरल के सीएम पिनराई विजयन ने शनिवार को कोविड संबंधी पाबंदियों में कुछ ढील देने का ऐलान किया था। इसके तहत बकरीद पर कपड़ा, जूते-चप्पल की दुकानों, आभूषण, फैंसी स्टोर, घरेलू उपकरण बेचने वाली दुकानों, इलेक्ट्रॉनिक दुकानों समेत जरुरी सामान बेचने वाली दुकानों को 18, 19 और 20 जुलाई को सुबह सात बजे से रात आठ बजे तक कई क्षेत्रों में खोलने की इजाजत दी गई है। VIDEO: आमिर खान की बेटी ने बताई अपनी जिंदगी के बारे में चौंकाने वाली बातें आरबीआई ने कहा- "मौद्रिक संचरण में कई कारक अभी भी इसमें बाधा..." विदेशी निवेशकों ने जुलाई में अब तक भारतीय बाजारों से निकाले 4,515 करोड़ रुपये