लखनऊ। उत्तरप्रदेश में अब पहले चरण के मतदान को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। इसके पूर्व दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम ने बहुजन समाज पार्टी को समर्थन देने की घोषणा की। इस दौरान इमाम बुखारी द्वारा कहा गया कि समाजवादी पार्टी बीते 5 वर्ष तक प्रदेश की सत्ता में काबिज रही जब तक समाजवादी पार्टी के पास सत्ता रही उसने अल्पसंख्यकों के लिए कुछ नहीं किया। मुसलमान शोषित होते रहे। उनका कहना था कि बसपा की जब सरकार थी तो उसने सभी के लिए कार्य किए। उसने अपने वायदे पूरे किए। उनका कहना था कि सपा की सरकार रहते समय तो सांप्रदायिकता फैली इतना ही नहीं मुजफ्फरनगर, मथुरा और गाजियाबाद जिले में जमकर उपद्रव मचा। प्रदेश में 400 से अधिक सांप्रदायिक उपद्रव मचे। उन्होंने कहा कि बसपा की सरकार ने प्रदेश में लाॅ एन आॅर्डर को मेंटेन किया। बुखारी का कहना था कि सपा अपने घोषणा पत्र पर कायम नहीं रही। उसने आरक्षण देने की बात कही थी रंगनााि मिश्रा आयोग की सिफारिश को लागू करने की बात कही थी। मगर शाही इमाम ने उत्तरप्रदेश में मुसलमानों की बदहाली के लिए सपा को ही जवाबदार बताया। उनका कहना था कि हम बसपा के साथ हैं और अब मुसलमानों को राजनीतिक तौर पर मजबूर नहीं बनाया जा सकता है। 5.28 की लैंबोरगिनी से विवाद में घिरे मुलायम के बेटे सपा में नहीं मिला टिकट अब RLD से लड़ेंगे चुनाव पहली चुनावी सभा में केंद्र पर जमकर बरसी डिंपल यादव, पूछा नोटबंदी में हुईं मौतों का जिम्मेदार कौन?