दशहरा : क्या है इस त्यौहार का धार्मिक महत्व ?

भारत में साल भर में कई तरह के त्यौहार मनाए जाते हैं और दशहरा इन त्यौहारों में एक ख़ास महत्व रखता है. धार्मिक दृष्टिकोण से भी इस त्यौहार का बहुत अधिक महत्व है. इस बात से हर कोई परिचित है कि त्रेतायुग में भगवान राम ने रावण का वध किया था और उसके बाद से इस दिन को दशहरा के रूप में मनाया जाने लगा. 

दशहरा का महत्व...

पूरी दुनिया भगवान राम को मानती है और उन्हें पूजती है. दशहरा का यह त्यौहार श्री राम और रावण से संबंधित है. यह त्यौहार खुद में धार्मिक महत्व को समेटे हुए हैं, वहीं आज के समय में भी यह त्यौहार बहुत ही प्रासंगिक है. यह हम सभी जानते हैं कि यह त्यौहार बुराई पर अच्‍छाई का प्रतीक है. रावण को चाहे भगवान राम ने त्रेतायुग में मार दिया हो, हालांकि कलयुग में भी कई बुराइयों के रूप में आज भी रावण जिंदा है. 

दशहरा या विजयादशमी का यह प्रमुख पर्व हमें इस बात के बारे में जानकारी देता है कि हम प्रतिवर्ष बुराई रूपी रावण का नाश करके ही जीवन को सुंदर,सरल और काफी बेहतर बना सकते हैं. हमारे समाज में आज भी रावण के रूप में महंगाई, हिंसा, भेदभाव, ईर्ष्‍या-द्वेष, पर्यावरण प्रदूषण, भ्रष्‍टाचार, व्‍यभिचार, बेईमानी, यौन हिंसा और यौन शोषण सरीखी अनगिनत बुराइयां फ़ैली हुई है, इन रावण रूपी बुराइयों से हमें अपनी और अपने समाज की रक्षा जरूर करनी चाहिए. अन्याय और गलत के ख़िलाफ़ सदा बोलना चाहिए. भगवान श्री राम भी जब तक इस पृथ्वी पर रहे, उन्होंने समाज और अपनी प्रजा का कल्याण ही किया. जो रावण मानव समाज और देवताओं के लिए आतंक बनता जा रहा था, श्री राम ने अपनी बुद्धि, मित्र, भक्त, सेना और साहस के बलबूते उस रावण को मारकर रामराज्य की स्थापना की. श्री राम ने अन्याय रूपी रावण को मारकर देवताओं और मानवों को न्याय दिलाया. 

 

 

दशहरा : दशहरा से जुड़ीं कुछ खास बातें, हर किसी के लिए जानना जरूरी

दशहरा : दशहरा कब मनाया जाता है ?

दशहरा : दशहरा कैसे मनाते हैं ?

दशहरा : दशहरा क्यों मनाया जाता है ?

Related News