नई दिल्ली : आज दस जून है , जो आज पुरुषोत्तम मास (जेष्ठ मास) के कृष्ण पक्ष की एकादशी के साथ रविवार का भी शुभ संयोग भी लाया है. आज की एकादशी को कमला एकादशी के अलावा परमा एकादशी और हरिवल्लभा एकादशी के नाम से जाना जाता है. इस एकादशी व्रत से पापों का नाश होता है . कहा जाता है कि जब कोई एकादशी रविवार को पड़े तो उसका महत्व और भी बढ़ जाता है, जबकि अभी अधिमास भी चल रहा है . ऐसे में इस एकादशी का महत्व और बढ़ गया है. ऐसी मान्यता है कि इस एकादशी का भक्तिपूर्वक व्रत करने से मनुष्य के सभी पाप कट जाते हैं.साथ ही भगवान विष्णु प्रसन्न होकर भक्तों को सभी निधियां और सिद्धियां भी प्रदान करते हैं.माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. मान्यता है कि एकादशी यदि रविवार को पड़ जाए तो उसके व्रत का फल कई गुना बढ़ जाता है, क्योंकि एकादशी के व्रत के साथ ही इस दिन सूर्य का भी व्रत हो जाता है. पंडितों और ज्योतिषाचार्यों के अनुसार भगवान विष्णु और सूर्य देव की पूजा एक साथ करने से बुरा समय भी अच्छा हो जाता है. किस्मत के साथ देने से परिस्थितियां भी आपके अनुकूल हो जाती हैं. आज के दिन सच्चे मन से व्रत का संकल्प लेकर पूजन करें .पूजन में पंचामृत से भगवान को स्नान कराएं और 'एकादश्यां निराहार: स्थित्वाहमपरेअहनि, भोक्ष्यामि पुण्डरीकाक्ष शरणं मे भवाच्युत' मन्त्र का उच्चारण करने से बहुत लाभ होता है . यह भी देखें त्रिदोष निवारक कपूर के उपयोग ससुराल में राज करती है इस राशि वाली महिलाएं