नई दिल्ली: डोकलाम विवाद पर चीन के 15 पीजी बयान पर कड़ा विरोध प्रकट करते हुए भारत ने चीन पर पलटवार करते हुए चीन को स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि सीमाई इलाके में शांति से ही आपसी रिश्ते मजबूत होंगे. उल्लेखनीय है कि बुधवार को चीन ने 15 पेज का बयान जारी कर भारत को बिना किसी शर्त के डोकलाम से अपनी सेना पीछे हटाने को कहा था. इसके जवाब में भारत ने अपना पक्ष रखा.भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस मुद्दे पर भारत का रुख और संबंधित तथ्य 30 जून के वक्तव्य में पेश किये जा चुके हैं.विदेश मंत्रालय ने बताया कि चीन के साथ हमारे द्विपक्षीय रिश्तों के सुधार में दोनों देशों के सीमाई इलाकों में अमन-शांति महत्वपूर्ण पूर्व शर्त है. भारत की चिंता यह है कि डोकलाम में सड़क निर्माण से चीन को पूर्वोत्तर राज्यों तक भारत की पहुंच का मौका मिल जाएगा. बता दें कि चीन इस विवाद को चीन और भूटान के बीच का मानता है. जिसमे भारत में तीसरी पार्टी के तौर पर प्रवेश कर रहा है. चीन के मुताबिक भारत का इसमें कोई रोल नहीं है. जबकि भारत इस इलाके को अपना हिस्सा मानता है. जबकि भूटान इसे डोकलाम के नाम से मान्यता देता है, वहीं चीन का दावा है कि यह इलाका उसके दोंगलांग क्षेत्र का एक हिस्सा है. विवाद इसीको लेकर है. यह भी देखें चीन ने कहा, चीन और भूटान के सीमा मामले में भारत कैसे दे सकता है दखल मसूद अजहर पर प्रतिबंध को लेकर चीन ने फिर बनाया बहाना