इस्लामाबाद: पाकिस्तानी प्रधान मंत्री इमरान खान ने मंगलवार को भारत से 2019 लोकसभा चुनावों के बाद शांति वार्ता करने की पेशकश की है. खान ने सऊदी अरब निवेश सम्मेलन में अपने भाषण के दौरान घोषणा की है. दरअसल, इन दिनों पाकिस्‍तान के आर्थिक हालात काफी खराब हैं, वह पूरी तरह से दिवालिया हो चुका है, ऐसे में उसकी नजर मित्र देशों पर टिकी है, इसीलिए निवेशकों को लुभाने के लिए इमरान खान सऊदी की यात्रा पर हैं. जमाल खशोगी: तुर्की के राष्ट्रपति का बड़ा बयान, कहा सऊदी अधिकारीयों ने रचा था हत्या का प्लान खान ने रियाद में फ्यूचर इनवेस्टमेंट इनिशिएटिव (एफआईआई) में लोगों को बताया कि, "जब मैंने चुनाव जीता और सत्ता में आया तो मैंने भारत की तरफ शांति का हाथ बढ़ाया, लेकिन मेरे प्रस्ताव को ठुकराकर मुझे अपमानित किया गया." उन्होंने कहा, "अब हम उम्मीद कर रहे हैं कि हम चुनाव तक इंतजार करेंगे, फिर हम भारत के साथ हमारी शांति वार्ता फिर से शुरू कर देंगे". पाकिस्तान सिंधु जल संधि पर भारत के खिलाफ आपको बता दें कि सितंबर में भारत ने संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन के दौरान अपने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके पाकिस्तानी समकक्ष शाह मेहमूद कुरैशी के बीच एक दुर्लभ बैठक को लेकर सहमति जाहिर की थी, लेकिन सीमा पर पाक की नापाक हरकतों और जम्मू कश्मीर में पुलिस कर्मियों पर हुए आतंकी हमलों के कारण भारत ने ये वार्ता रद्द कर दी थी, जिसे पाकिस्तान ने घमंडी और अपमानजनक बताया था. खबरें और भी:- मानहानि के आरोप में बांग्लादेशी अखबार के संपादक हुए गिरफ्तार ओबामा का ट्रम्प पर आरोप- लोगों को एक दूसरे के खिलाफ भड़का रही ट्रम्प की पार्टी खशोगी की मौत एक साजिश, हम योजना की तह तक जायेंगे : डोनाल्ड ट्रम्प