पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल ही में कहा है कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से किसी भी मामले पर बातचीत करने को तैयार हैं. इमरान ने कहा कि, 'मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद और मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम के मसले हमें विरासत में मिले हैं. इसके लिए हम जिम्मेदार नहीं हैं.' इमरान ने ये सभी बाते गुरुवार को कही. उन्होंने बातचीत के दौरान ये तक कहा कि, 'हमारी जमीन से पड़ोसी मुल्कों में आतंकी गतिविधि चलाने देना इस्लामाबाद के हित में नहीं है.' आपको बता दें इमरान की ये प्रतिक्रिया भारत के उस तल्ख रुख के बाद आई है, जिसमें ऐसा कहा गया था कि, 'आतंकवाद और वार्ता साथ-साथ नहीं चल सकते.' इस दौरान अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने के मौके पर इमरान खान ने भारतीय पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कश्मीर मसले का फौजी हल मुमकिन नहीं है. उन्होंने इतना तक कहा कि, 'कुछ भी असंभव नहीं है, इसका भी हल हो सकता है. पाकिस्तान के लोगों की सोच बदल चुकी है.' हालांकि उस समय इमरान ने कहा कि शांति के प्रयास एकतरफा नहीं हो सकते. इमरान का ऐसा मानना है कि फ़िलहाल वो भारत में आम चुनाव की प्रतीक्षा कर रहे हैं ताकि नई दिल्ली के रुख का पता चल सके. भारत बना दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ ई कॉमर्स मार्केट उत्तर प्रदेश में शराब के ठेके पर बदमाशों ने की पुलिस पर फायरिंग, एक हेड कांस्टेबल घायल किसान आंदोलन: राम लीला मैदान में इकठ्ठा हुए अन्नदाता, सरकार से की विशेष सत्र बुलाने की मांग