अमृतसर: पाकिस्तानी पीएम इमरान खान द्वारा करतारपुर साहिब गुरुद्वारा आने वाले सिख तीर्थयात्रियों को पासपोर्ट लाने में मिली छूट पर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। भारत सरकार इमरान खान के ट्वीट पर नहीं बल्कि अभी भी पाकिस्तान के प्रस्ताव की प्रतीक्षा कर रही है। यानी करतारपुर साहिब जाने के लिए अब भी पासपोर्ट रखना आवश्यक हो सकता है। सरकार के सूत्रों के अनुसार, भारत अभी निर्धारित समझौते के हिसाब से ही चलेगा, जो दोनों देशों के मध्य हुआ है। इमरान खान के ट्वीट से कुछ बदला नहीं है, क्योंकि पासपोर्ट लाने में रियायत को पाकिस्तान सरकार ने आधिकारिक रूप से नहीं कहा है। ऐसे में भारत की तरफ से करतारपुर साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं को पासपोर्ट अपने साथ रखने के लिए कहा जाएगा। आपको बता दें कि शुक्रवार सुबह पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने ट्वीट कर ये घोषणा की थी कि भारत से आने वाले सिख श्रद्धालुओं को कुछ छूट दी जाएगी। उन्होंने कहा था कि सिख श्रद्धालुओं को पासपोर्ट की आवश्यकता नहीं होगी, सिर्फ ID कार्ड से काम चलेगा, 10 दिन पहले पंजीकरण करवाने की भी जरूरत नहीं, उद्घाटन और गुरुपर्व के दिन नहीं लगेगी कोई फीस (20 डॉलर)। इमरान खान के इस ट्वीट के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीटर पर उन्हें धन्यवाद दिया था। लद्दाख के उपराज्यपाल आर.के. माथुर बोले, सीमाई इलाकों के विकास पर रहेगा फोकस शिवसेना को लेकर नरम पड़ी NCP, क्या बड़े उलटफेर का गवाह बनेगा महाराष्ट्र ? विधानसभा चुनाव: झारखंड में आचार संहिता लागू, निर्वाचन आयोग ने जारी किया कार्यक्रम