नई दिल्ली: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 31 अगस्त को विपक्षी गठबंधन INDIA की बैठक से पहले गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर तीन नाम सामने आए हैं। सबसे पहले AAP की तरफ से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को विपक्ष का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की मांग उठी। किन्तु इसके कुछ ही घंटों पश्चात् सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे को भी प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनाए जाने की मांग उठने लगी। सपा की नेता जूही सिंह ने कहा कि हम चाहते हैं कि अखिलेश यादव विपक्षी गठबंधन की तरफ से पीएम उम्मीदवारों के चेहरों में से एक हो। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव प्रधानमंत्री पद का चेहरा हों, समाजवादी पार्टी का हर कार्यकर्ता क्यों नहीं चाहेगा कि उनके नेता पीएम की कुर्सी तक पहुंचे। अखिलेश के अदंर यह काबिलियत भी है।वह किसी न किसी दिन इस पद तक अवश्य पहुंचेंगे। हालांकि, गठबंधन सामूहिक तौर पर इस पर फैसला लेगा। जूही सिंह ने कहा कि हर दल कह रहा है कि उनका नेता प्रधानमंत्री बने। इसी प्रकार सपा भी चाहेगी कि अखिलेश भी प्रधानमंत्री उम्मीदवार हो सकते हैं। किन्तु गठबंधन तानाशाही नहीं है, हम मिलकर तय करेंगे। शिवसेना (यूबीटी) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि यदि कोई मुझेस पूछेगा तो मैं कहूंगी कि उद्धव ठाकरे को इंडिया गठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवारों में से एक होना चाहिए। एक तरफ भाजपा है, जो डर में केवल एक ही नाम ले सकती है। यदि गलती से नितिन गडकरी का नाम सामने आ गया तो उनका करियर समाप्त हो जाएगा। दूसरी तरफ हम हैं, इस बैठक में 6 सीएम एक साथ आ रहे हैं। वरिष्ठ नेता एकजुट हो रहे हैं। हमने काम किया है तथा लोगों का समर्थन हमारे साथ है। हमारे पास ऐसा नेतृत्व है, जहां लोग सार्वजनिक तौर पर नाम ले सकते हैं। विपक्षी गठबंधन INDIA की मुंबई में 31 अगस्त एवं 1 सितंबर को तीसरी बैठक होनी है। इससे पहले AAP ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को विपक्ष का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की मांग रख दी है। फूड फैक्ट्री में काम करने वाले 5 मजदूरों की हुई दर्दनाक मौत, इलाके में मचा हड़कंप गिरफ्तार हुआ ISRO का फेक साइंटिस्ट, लोगों से बोला- 'चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल मैंने किया डिजाइन' कलश यात्रा के कारण स्कूल नहीं गए बच्चे तो प्रिंसिपल ने की 50 बच्चों की जमकर पिटाई, बोले- 'हम किसी भगवान...'