देहरादून: उत्तराखंड के हल्द्वानी हिंसा के पश्चात् वहाँ पुलिस प्रशासन निरंतर हालात को सामान्य करने के प्रयासों में जुटा है। अधिकतर स्थानों पर हालात काबू करके कर्फ्यू हटा लिया गया है। मगर बनभूलपुरा में अब भी कर्फ्यू लगा है। इस बीच पुलिस ने हिंसा भड़काने के मामले में सपा के नेता मतीन सिद्दीकी के भाई जावेद सिद्दीकी को गिरफ्तार किया है। तहकीकात के चलते हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक के नाम का भी खुलासा हुआ है। उसी के कब्जे में वो जमीन थी जहाँ से अवैध मस्जिद हटाई गई है। इसके अतिरिक्त तहकीकात में 1 और सपा नेता का नाम भी सामने आया है। इनमें एक का नाम अरशद अयूब है। बनभूलपुरा का पार्षद जीशान परवेज भी पुलिस की निगाह में है। दंगाइयों को पकड़ने की कार्रवाई आरम्भ हो गई है। CCTV की सहायता से दंगाइयों की पहचान की जा रही है। ड्रोन से क्षेत्रों में निगरानी रखी जा रही। हालात संभालने के लिए भारी पुलिस बल तैनात है। इस बीच मीडिया में मृतक लोगों के साथ हुई वीभत्सा को लेकर कई खुलासे हुए हैं। पता चला है कि दंगाई भीड़ सड़कों पर अवैध असलहों के साथ उतरी थी, जिनसे उसने कई निर्दोषों को मौत के घाट उतार दिया। अब उन मृतक लोगों के घरवालों की रोती-बिलखती तस्वीरें आ रही है। वही एक वीडियो में महिला रोते हुए बता रही हैं कि उनका बेटा अजय दवाई लेने गया था मगर उसे गोली मार दी गई। इसी दंगे में बाजपुर के प्रकाश कुमार को भी तीन गोली लगी जिनको बाद में उठाकर रेलवे पटरी पर फेंक दिया गया। पुलिस ने उनका शव बरामद कर दिया है। अब उसका पोस्टमार्टम होगा। इसके अतिरिक्त बनभूलपुरा में जिन 5 व्यक्तियों की मौत हुई, सबका कारण गोली लगने की वजह ही बताया जा रहा है। इनमें कुछ मुस्लिम भी हैं। जिसकी वजह से एक गैंग इस खबर को ऐसे फैला रहा है जैसे पुलिस की गोलियों से ये घटना हुई जबकि हकीकत ये है कि दंगे के चलते अधिकांश पुलिस के पास लाठी-डंडे थे। वहीं दूसरी तरफ दंगा करने वालों के पास ईंट-पत्थर, पेट्रोल, अवैध असलहे आदि थे। पुलिस अब इन दंगाइयों पर सख्त है। 5 लोगों की मौत, 3 लोगों के गंभीर रूप से चोटिल होने और कई पुलिकर्मियों के घायल होने के मामले में पुलिस ने 3 FIR दर्ज करके पत्थरबाजों की तलाश की जा रही है। खबर ये भी है कि कई लोग पुलिस का कड़ा बर्ताव देख गायब हो रहे हैं। ऐसा देख वन विभाग को आशंका है कि कहीं ये गायब होते लोग आरक्षित वन क्षेत्र या फिर अतिक्रमण वाले क्षेत्रों में छिपने न पहुँच जाएँ। इसे लेकर गौला रेंज यानी बनभूलपुरा के नजदीकी जंगलों में वन विभाग ने गश्त भी की। हालाँकि कोई संदिग्ध नहीं पकड़ा गया। मगर फिर भी वनकर्मियों की टीम ने आंवला चौकी, इंदिरानगर, लालकुआं, बागजाला, गौलापुल, बागजाला से लेकर दानीबंगर तक के जंगलों में गश्त की। रेंजर गौला चंदन अफसर ने बताया कि वन क्षेत्र की सुरक्षा एवं संदिग्धों की घुसपैठ रोकने के लिए हर संभव कोशिश की जाएगी। 'लोकसभा चुनाव से पहले CAA लागू कर देंगे..', अमित शाह ने कर दिया बड़ा ऐलान इंग्लैंड के खिलाफ एक भी टेस्ट नहीं खेलेंगे कोहली, राहुल-जडेजा के बाद अय्यर भी आउट, संकट में टीम इंडिया चौधरी चरण सिंह के साथ कांग्रेस ने कर दिया था खेला, 23 दिन में छोड़ना पड़ा था पीएम पद