कोच्ची: केरल के मंदिर में एक गैर-हिंदू कलाकार को भरतनाट्यम करने से कथित तौर पर रोके जाने को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद शशि थरूर ने 'हैरानी' जताई है। थरूर ने कहा है कि यह दूसरों की नजरों में हमारे धर्म को नुकसान पहुंचाता है। दरअसल, मानसिया वीपी नाम की कलाकार को मंदिर में परफॉर्म करने की इजाजत नहीं दी गई थी। उन्होंने कहा था कि गैर -हिंदू होने के कारण कार्यक्रम में शामिल होने नहीं दिया गया। वहीं, मंदिर बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा है कि गैर-हिंदू मंदिर में परफॉर्म नहीं कर सकते हैं। मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता थरूर ने कहा है कि, 'मैं कुछ मंदिरों में गर्भगृह तक जाने को लेकर प्रतिबंधों के बारे में समझता हूं। मगर यह मंदिर परिसर में दूसरे कलाकारों के साथ एक डांस परफॉर्मेंस है। हैरानी है कि मंदिर इसकी इजाजत नहीं दे रहा है।' थरूर ने आगे ने कहा कि, 'मेरा मानना है कि यह हमारे समाज को बुरा कर रहा है और दूसरे समुदाय के लोगों की नजरों में हमारे धर्म की धारणा को नुकसान पहुंचा रहा है।' दरअसल, भरतनाट्यम कलाकार मानसिया वीपी ने आरोप लगाते हुए कहा थे कि त्रिशूर जिले में इंरिंजलकुडा के कूडलमणिक्यम मंदिर में निर्धारित डांस प्रोग्राम में शामिल होने से रोक दिया गया था। इस मंदिर पर सरकार के देवसोम बोर्ड का कब्ज़ा है। यूपी के मंत्रियों को अब लॉटरी के जरिए मिलेंगे निजी सचिव, प्रत्येक मंत्री के साथ एक महिला अफसर अनिवार्य अब पूरी तरह पेपरलेस होगी दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही, मनीष सिसोदिया ने किया ऐलान प्रियंका वाड्रा ने राजनाथ सिंह को लिखा पत्र, उठाया सेना में रुकी हुई भर्ती का मुद्दा