नई दिल्ली: हर दिन हमारे देश में लगातार बढ़ती जा रही हिंसा के मामले में आज के समय में हर कोई परेशान होता जा रहा है. वहीं पिछले कुछ दिनों में हिंसा उग्र पर आ चुकी है. वहीं मौजपुर में सोमवार को उग्र भीड़ अचानक इलाके के कुछ घरों में घुस गई और तोड़फोड़ शुरू कर दी. उस वक्त घरों में मौजूद लोगों ने उनके कई बार हाथ-पैर जोड़े, पर उन्होंने किसी पर रहम नहीं किया. मौजपुर में उपद्रवियों ने अपने इलाके में दूसरे गुट से संबंधित लोगों के घरों में घुसकर तोड़फोड़ की. आलम यह था कि घरों में घुस रहे उपद्रवियों को रोकने के लिए घरवाले छतों से हाथ जोड़ रहे थे, लेकिन उपद्रवी नहीं माने. बवाल के दौरान घरवालों ने चीख-चीखकर पुलिस से मदद मांगी, लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी. काफी देर तक चले इस बवाल के बाद पुलिस ने लाठी फटकारकर भीड़ को खदेड़ दिया. आईडी कार्ड जांच कर की जा रही थी पिटाई: मिली जानकारी के अनुसार इस बात का पता चला है कि मौजपुर मेट्रो स्टेशन के पास जारी उपद्रव के दौरान रास्ते से गुजरने वाले राहगीरों को आई कार्ड देखने के बाद आगे जाने दिया जा रहा था. सीएए समर्थकों को जैसे ही अहसास होता कि सामने वाला सीएए विरोधी है तो उसकी जमकर धुनाई की जा रही थी. उनकी पिटाई के बाद सभी घायलों को पुलिस को सौंप दिया जाता था. पुलिस उन्हें अस्पताल भेजने के बजाय एक किनारे बिठा रही थी. वहीं एक दफा भीड़ ने एक सीएए समर्थक को ही दौड़ा लिया. यह देखने के बाद लाउडस्पीकर से उसके सीएए समर्थक होने की सूचना प्रसारित की गई. तब कही जाकर भीड़ ने उसे जाने दिया. दोपहर 2 बजे के बाद ज्यादा आक्रामक हुई भीड़: वहीं यह भी कहा जा रहा है कि मौजपुर मेट्रो स्टेशन से करीब 100 मीटर की दूरी पर सुबह 10 बजे से ही पत्थरबाजी शुरू हो गई थी. करीब दो बजे भीड़ ने ज्यादा आक्रामक रुख धारण कर लिया, जब सीलमपुर की तरफ से एक पक्ष की भीड़ से चलाई गई गोली एक युवक के पैर में लग गई. जंहा इस बात का पता चला है कि उसे जख्मी हालत में अस्पताल ले जाया गया. पत्थरबाजी में कई लोगों के सिर, पैर और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें पहुंची हैं. ट्रेन का इंतज़ार कर रही नाबालिग से गैंगरेप, पीड़िता को झाड़ियों में फेंक फरार हुए दरिंदे वन विभाग को लेकर बड़ा खुलासा, 30 का बता दिया फरवरी माह टीचर ने रचा इतिहास, अपने सेविंग से कराई बच्चों को हवाई यात्रा