दक्षिण सूडान: संयुक्त राष्ट्र के बच्चों पर काम करने वाली एजेंसी की निदेशक हेनरीटा एच फोरे ने बताया कि दक्षिण सूडान में हालात बदतर है, लाखों बच्चें कुपोषण का शिकार है, स्तिथि देखने पर बहुत भयावह लगती है, लेकिन वहां के विभिन्न समूह अगर आपसी दुश्मनी को भूल जाए तो हालात में सुधार हो सकता है. हेनरीटा हाल ही में सूडान के दो दिनी दौरे से लौटी है. उनका कहना है कि लोगो ने आपसी झगड़ो में मानवता को इतना शर्मसार किया है कि, आज हालात ये है कि लाखों बच्चे भुखमरी और गरीबी का शिकार है. गौरतलब है कि दक्षिण सूडान में राष्ट्रपति साल्वा कीर और पूर्व राष्ट्रपति की फौजों के बीच पिछले 5 वर्षों से लड़ाई जारी है. जिसमें 70 लाख से अधिक लोगों को बहुत ही कठिन हालातों का सामना करना पड़ रहा है, और दो लाख लोग पड़ोसी देशों में शरणार्थी के तौर पर चले गए. उन्होंने बताया कि इस लड़ाई का कोई अंत नहीं दिख रहा है, और मानवीय जरूरत काफी ज्यादा है. इस विवाद के चलते लाखों लोगों को अपने घरों से जाना पड़ रहा है, और तीन लाख से अधिक बच्चे गंभीर रूप से कुपोषण का शिकार है. उनकी मजबूरियों का फायदा उठाया जा रहा है और 19,000 से अधिक बच्चों को कई गुटों ने अपने दलों में शामिल कर लिया है. महिलाओं और छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं में इजाफा हो रहा है और 12 सौ से अधिक ऐसे मामले दर्ज किए जा चुके हैं. अमेजॉन और फ्लिपकार्ट की सेल आज से शुरू इन बजटों ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर डाला असर देश ही नहीं बल्कि विदेशियों को भी पसंद आ रहे है मोहनगढ़ का आलू