हमारी संस्कृति और सभ्यता में ऐसे कई रहस्य छुपे है जिन्हें बहुत से लोग नहीं जानते है, यदि आप प्राचीन ग्रंथों और पुराणों का अध्यन करेंगे तो आपको ऐसे बहुत से रहस्य के विषय में पता चलेगा जिनसे आप अब तक अनभिज्ञ थे. ऐसा ही एक रहस्य महाभारत और रामायण में भी देखने को मिलता है जो स्त्रियों से सम्बंधित है और इसके सम्बन्ध में आध्यात्मिक व सामाजिक ऋषियों द्वारा कहा गया है की किसी भी व्यक्ति को स्त्रियों का अपमान नहीं करना चाहिए. क्योंकि जब भी जिस किसी ने स्त्री का अपमान किया है उसका विनाश निश्चित हुआ है अतः हमेशा स्त्रियों का सम्मान करना चाहिए. महाभारत काल में भीष्मपितामाह ने अपनी मृत्यु शैया के समय युधिष्ठिर को स्त्रियों के सम्बन्ध में कुछ विशेष बातें बताई थी जो सभी पुरषों को जानना जरुरी है. 1. भीष्म पितामह ने युधिष्ठिर को बताया की जिस किसी भी घर में स्त्रियाँ प्रसन्न और सुखी रहती है उस घर में सदा लक्ष्मी का वास होता है और सुख शांति हमेशा बनी रहती है, किन्तु जिस घर में स्त्रियों का अपमान किया जाता है और उन्हें दुःख दिया जाता है वहां से सभी देवी देवता लक्ष्मी के साथ उस घर को त्याग कर चले जाते है. 2. जो व्यक्ति अपने परिवार में अपनी बेटी और बहु को सम्मान नहीं देता तथा उनका अपमान करते रहता है उस घर में कभी खुशियाँ नहीं आती है इसलिए सदैव हमें अपनी बेटी और बहु का सम्मान करना चाहिए. 3. भीष्म पितामाह ने युधिष्ठिर को बताया की जो मनुष्य किसी बालक या बालिका असहाय स्त्रियाँ और मरणासन्न व्यक्ति पर अत्याचार करता है वह उनके श्राप का भागी बनता है और अपने जीवन में विनाश की और अग्रसर रहता है तथा उसका विनाश निश्चित होता है. हिन्दू धर्म अब तक इन शादी शुदा महिलाओं को मानता है कुंवारी लड़की भारत में मौजूद है ऐसे मंदिर जिनके चमत्कार से विज्ञान भी अंजान है 12 साल में एक बार इस शिवलिंग के हो जाते है टुकड़े-टुकड़े, जाने इस रहस्य के बारे में इन बातों का इग्नोर जीवन में ज़हर घोलने जैसा होता है