करियर के आखरी दिनों में टीम ने दिया था 'हेडमास्टर' का दर्जा- अनिल कुंबले

भारतीय क्रिकेट टीम के महान खिलाड़ी और पूर्व कोच अनिल कुम्बले ने कहा है कि, बेहद अनुशासित परवरिश से आने के कारण वह अपने जीवन में अनुशासन प्रिय बन सके और यही वजह थी कि, उन्हें अपने चमकदार करियर के आखिरी दिनों में 'हेडमास्टर' के तमगे से नवाजा गया. माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नाडेला के साथ बातचीत के दौरान कुंबले ने अपने बचपन और पुरानी यादों को ताजा करते हुए ऐसे ही कई और खुलासे किया. आपको बता दें कि, भारतीय मूल के माइक्रोसॉफ्ट सीईओ नडेला का जन्म भारत के हैदराबाद में हुआ था और वो क्रिकेट के बहुत बड़े फैन है.

नाडेला ने जब कुंबले से पूछा कि उन्हें अपने माता पिता से क्या सीख मिली? तो कुंबले ने जवाब देते हुए कहा कि, 'आत्मविश्वास. यह उन संस्कारों से आता है जो आपको अपने माता-पिता और दादा-दादी, नाना-नानी से मिलते हैं. मेरे दादा स्कूल में हेडमास्टर थे और मैं जानता हूं कि यह शब्द (हेडमास्टर) मेरे करियर के अंतिम दिनों में मुझसे जुड़ा. इनमें से कुछ समझ जाएंगे (कि मैं क्या कहना चाह रहा हूं।)'

गौरतलब है कि कुंबले ने भारतीय टीम के कोच पद से इस साल जून में विवादास्पद परिस्थितियों के बीच टीम के कोच पद इस्तीफा दे दिया था. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कुंबले द्वारा पद छोड़ने के पीछे कोहली को वजह बताया गया था.

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