वास्तुशास्त्र के मुताबिक अपने हाथो की हथेलियों में भगवान का वास होता है, जो व्यक्ति सुबह उठकर सबसे पहले कर दर्शन करता है वह व्यक्ति कभी भी उदास नहीं हो सकता उसका मन हमेशा खुश रहता है, यदि मनुष्य प्रतिदिन सुबह उठकर कर दर्शन के साथ अपनी मनोकामना बोलता है तो उसकी मनोकामना जरुर पूरी होती है यदि आपका कोई इंटरव्यू आने वाला हो तो आप पहले से ही कर दर्शन के साथ साथ इंटरव्यू में सफल होने की प्राथर्ना करें आप उसमे अवश्य सफल होंगे. वास्तु शास्त्र के मुताबिक़ प्राचीन काल में ऋषि मुनियों ने कर दर्शन के साथ साथ ज्योतिष विद्या प्राप्त की थी, रोज सुबह उठकर कर दर्शन करने से स्वास्थ्य हमेशा ठीक रहता है, आपके जरुरी काम सफल होते है, आप सोंच रहें होंगे की ये कर दर्शन होता क्या है. तो हम आपको बाताते है. सुबह उठते समय अपने दोनों हाथो की हथेलियों को जोड़कर उसके दर्शन करने को कर दर्शन कहते है, कर दर्शन करते हुए अच्छे विचार आदि की मनोकामना की प्रार्थना करना चाहिए और अपने दोनों हाथो की हथेलियों को अपने चहरे पर फैरना चाहिए ऐसा करने से आपके सारे कार्य सफल होंगे. क्योकि इन दोनों हाथो में ईश्वर का वास होता है इन दोनों हाथो के अग्रभाग में लक्ष्मी का, मध्य में सरस्वती का और मूल भाग में भगवान विष्णु का वास है। और कर दर्शन के साथ साथ घरों में सुख समृद्धि प्राप्त होती है. हमारी संस्कृति के अनुसार जीवन के चार पुरुषार्थ है- धर्म, कर्म, अर्थ, मोक्ष. मनुष्य का जीवन इसी पर आधारित है कर्म से हम अपने जीवन को स्वर्ग बना सकते है और अपने जीवन को नरक में भी ढकेल सकता है यह तो विधि का विधान है भगवान ने हमें कर्म करने के लिए दो हाथ दिए है जिससे अच्छा काम भी किया जा सकता है और बुरा भी. जिन व्यक्तियों की ऊँगली होती है छोटी, वो व्यक्ति होते कुछ इस प्रकार के कास्टिंग काउच पर 'कृति सेनन' का झन्नाट बयान घर में सीढ़ियां, बोरिंग का होना वास्तुदोष को निमंत्रण देना है क्या आप जानते है वास्तु दोष को दूर करने के चमत्कारी गुण है अगरबत्ती में