भारत में कोविड संक्रमण की दूसरी लहर अमेरिका से अधिक जानलेवा साबित हो रही है। विश्वभर में अबतक के सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए शनिवार को इंडिया में पहली बार एक दिन में 3 लाख 40 हजार से अधिक कोविड के मामले आये। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटों में 3,46,786 नये कोविड मामले आये और 2,624 संक्रमितों की मौत हो गई है। चौंकाने वाली बात यह है कि अमेरिका में प्रतिदिन दो लाख नये केस से 3 लाख तक पहुंचने में जहां 38 दिन लगे थे वहीं इंडिया में प्रतिदिन नये मरीजों का आंकड़ा महज एक सप्ताह में 2 लाख से बढ़कर तीन लाख के नजदीक पहुंच गया। ऐसे में संभावना है कि अगले एक-दो दिन में ही इंडिया में हर दिन चार लाख से अधिक मरीज मिलने लगेंगे। जंहा इस बात का पता चला है कि इंडिया में दूसरी लहर की शुरूआत 15 फरवरी से मानी जाती है। इस दिन पॉजिटिविटी दर 1।6% थी। यानी जितनी जांचें की जा रही थी, उनमें 1।5% लोग ही संक्रमित पाये जा रहे थे। गुरुवार को यह दर बढ़कर करीब 20% हो गयी, यानी अब बहुत अधिक लोगों में संक्रमण का पता लग रहा है। सख्त लॉकडाउन: जनवरी की शुरुआत में ब्रिटेन में सख्त लॉकडाउन लगाया जा चुका है। जिस वक़्त पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया उस वक़्त यहां 60 हजार से अधिक केस सामने आ रहे थे और मौतों में 20% से अधिक की वृद्धि हो चुकी थी। वहीं इस सख्त लॉकडाउन का ही प्रभाव था कि अप्रैल में ब्रिटेन में 3 हजार से भी कम केस सामने आ रहे हैं। वैक्सीन के लिए नियम बनाकर: मिली जानकारी के अनुसार ब्रिटेन में कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लेने की समयसीमा बढ़ा कर एक महीने से 3 महीने किए जा चुके है। अवधि बढ़ाने से यह फायदा हुआ कि इससे आपूर्ति संकट का हल निकला और तेजी से पहला डोज लगाने से लोगों में कोरोना से लड़ने की क्षमता विकसित हुई। अस्पतालों में सख्ती: कोविड से लड़ाई में हॉस्पिटल सबसे बड़ी भूमिका अदा कर रहे हैं। सूचना के अनुसार जब राजधानी लंदन में कोविड मरीजों ने बढ़ने से हॉस्पिटल पर बोझ बढ़ने लगा तो इस स्थिति से बचने के लिए प्रशासन ने अति गंभीर मरीजों को ही भर्ती करने का नियम बनाया। नियमों की कड़ाई से पालन कराकर: हम बता दें कि ब्रिटेन की गवर्नमेंट ने कोविड से जुड़े सभी प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जा रहा है। मास्क ना लगाने पर भारी जुर्माना जारी कर दिया है। खुली जगहों पर 6 से अधिक लोगों के जुटने पर पांबदी लगा दी गयी। इसमें बच्चों को भी शामिल किया गया। ब्रिटेन में कोविड के नए वैरिएंट के मिलने के बाद कॉन्टैक्ट ट्रैसिंग, जांचें और जिनोम सीक्वेसिंग में तेजी लायी गयी ताकि जितना तेजी से संक्रमण फैल रहै है उसे उतनी ही जल्दी से रोका जा सके। केंद्र का बड़ा फैसला, कोरोना वैक्सीन और मेडिकल ऑक्सीजन पर आयात शुल्क हटाया आने वाले माह बढ़ेगा जीवन रक्षक दवा का उत्पादन फरहान अख्तर का ट्वीट देख भड़कीं कंगना, कहा- 'फेक प्रोपेगेंडा'