राज्य के शिक्षाकर्मियों ने अपनी मांग पूरी करवाने के लिए के लिए एक और प्रयास शुरू किया है. शिक्षाकर्मी एक दिन की महापंचायत कर रहे हैं. इस के लिए शिक्षाकर्मी बूढ़ा तालाब पर सुबह से आना शुरू हो गए हैं. इस महापंचायत के लिए पुलिस प्रशासन ने भी अनुमति दे दी है. चुनावी साल होने के कारण शिक्षाकर्मियों को उम्मीद है कि उनकी मांगे मान ली जायेगी. ये महापंचायत शिक्षाकर्मियों कर्मियों के द्वारा शुक्रवार सुबह 11 बजे से ही शुरू हो गयी. महापंचायत के लिए शिक्षाकर्मियों ने तीन दिन पहले ही अनुमति ले ली थी. बताया ये भी जाता है कि शिक्षाकर्मी हाईपावर कमेटी के बर्ताव से नाराज है. कमेटी के बर्ताव के बाद ही इन शिक्षाकर्मियों ने महापंचायत बुलाने का का मन बनाया. इस महापंचायत में शिक्षाकर्मियों द्वारा आगे कि रणनीति बनायीं जायेगी. राज्य के शिक्षाकर्मी प्राचार्य एवं प्रधान पाठक के पदों पर पदोन्नति, व्याख्याता एवं व्यायाम शिक्षकों की पदोन्नति, ट्रांसफर पॉलिसी, मूल वेतन, महंगाई भत्ते पर पेंशन की कटौती, क्रमोन्नति, संविलियन कर शासकीय कर्मचारियों की तरह सुविधाएं तथा समय पर अनुकंपा नियुक्ति जैसे मुद्दों पर अपनी मांग मनवाना चाहते है. बताया जा रहा है कि इस महापंचायत में 20 हजार शिक्षाकर्मी शामिल होंगे. नक्सलियों ने इंजीनियर और मुंशी को छोड़ा 12 मई से शुरू होगी भाजपा की विकास यात्रा नक्सलियों का नेटवर्क पकड़ने में पुलिस को मिली कामयाबी