लखनऊ: कर्नाटक में कांग्रेस की जीत से तमाम विपक्षी दल गदगद हैं. माना जा रहा है कि, अब भाजपा को हराने के लिए विपक्ष को एकजुट करने के अभियान में तेजी आ सकती है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इसी महीने के अंत में पटना में विपक्षी नेताओं की एक बड़ी मीटिंग हो सकती है. पटना में बैठक करने का सुझाव बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने दिया है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार इन सभी नेताओं को एक मंच पर लाने में लगे हुए हैं. हालांकि, पटना में ये मीटिंग कब हो, अभी इसकी तारीख तय नहीं की गई है. लेकिन, सूत्रों से ऐसी जानकारी मिल रही है कर्नाटक में नई सरकार के शपथ ग्रहण के बाद इस पर कभी भी निर्णय हो सकता है. बताया जा रहा है कि पूरे देश के नेता जब बेंगलुरू में इस अवसर पर मौजूद रहेंगे, तभी बैठक की तारीख तय की जाएगी. सूत्रों ने बताया कि शपथ ग्रहण के मौके पर विपक्ष के बड़े बड़े नेताओं को निमंत्रण भेजा जाएगा. विपक्षी एकता को लेकर पूरे देश में इससे एक बड़ा सियासी संदेश जाएगा. विपक्षी एकता की ये तस्वीरें 2024 के लिए आपसी समझौते का मार्ग खोल सकती हैं. बता दें कि, कर्नाटक में कांग्रेस की जीत को लेकर सबसे बड़ा बयान ममता बनर्जी की ओर से आया है. उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सौ सीटों पर समेट देने की भविष्यवाणी की है. हालाँकि, यूपी मेयर के चुनाव में समाजवादी पार्टी शून्य पर रह गई, लेकिन अखिलेश को कांग्रेस की जीत में अपनी जीत दिखाई देने लगी है. ध्यान रहे कि, ममता और अखिलेश ऐसे नेता हैं, जिन्हें कांग्रेस से हजारों शिकायतें रही हैं. दोनों ये कई दफा यह कह चुके हैं कि उनके लिये भाजपा और कांग्रेस एक की जैसी हैं. लेकिन, अब भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए ममता और अखिलेश, कांग्रेस से हाथ मिला सकते हैं. सत्ता तो मिल गई, अब बांटे कैसे ? कर्नाटक कांग्रेस में CM की कुर्सी के लिए खींचतान, राहुल गांधी के करीबी ने भी माना कर्नाटक में महज 7 फीसद वोट के 'जादू' से बढ़ गईं कांग्रेस की 70 सीटें! 2018 और इस चुनाव में कैसे बदला समीकरण ? कर्नाटक चुनाव: भाजपा छोड़कर कांग्रेस में गए जगदीश शेट्टार ने अपनी चुनावी हार पर क्या कारण बताया ?