ज्योतिष शास्त्रों में बताया गया है की तिथि के दिन व्रत और पूजा करके भगवान को प्रसन्न किया जा सकता है हर तिथि के दिन अलग अलग देवताओ का दिन होता है अगर देवताओं के अनुसार ये व्रत पूरा किया जाए तो हमें किसी भी प्रकार की हानि नहीं सकती, तो चलिए जानते है कौन सी तिथि को कौन से भगवान की पूजा करना चाहिए- पहली तिथि:- इस तिथि में भगवान अग्निदेव का वास होता है इनकी उपासना करके मनुष्य सभी रोगों से मुक्त रहता है और चारो दिशाओं से धन धान्य होता है. दूसरी तिथि:- इस तिथि के भगवान ब्रह्मा जी का वास होता है इस दिन किसी ब्रह्मचारी ब्राह्मण की पूजा करना और उसे भोजन, अन्न वस्त्र का दान देना अच्छा होता है. तीसरी तिथि:- इन तिथि में माता गौरी की पूजा होती है इनकी पूजा करके सुहागन अपने पति की लंबी आयु की कामना करती है. चौथी तिथि:- इस तिथि में भगवान गणेश का वास होता है जिन्हें सर्व प्रथम पूजा जाता है इनकी उपासना से हमारे जीवन में कोई विघ्न नहीं आ सकता. पांचवी तिथि:- इस तिथि में नाग देवता का वास होता है इनकी पूजा करने से कालसर्प दोष से बचा जा सकता है. षष्ठी तिथि:- इस तिथि में कार्तिकेय का वास होता है इनकी उपासना से मनुष्य कीर्तिवान और यश की प्राप्ति करता है. सप्तमी तिथि:- इस तिथि का में भगवान सूर्यदेव का वास होता है इनकी उपासना से मनुष्य आरोग्यवान होता है. अष्टमी तिथि:- इस तिथि में रूद्र देव का वास होता है और रूद्र भगवान शिव का रूप है इसलिए इनकी उपासना से साड़ी परेशानिया दूर हो जाती है. नवमी तिथि:- इस तिथि में दुर्गा जी का वास होता है इनकी उपासना से सारी बाधाएं नष्ट हो जाती है. और शत्रु का भय भी नहीं रहता है. दशमी तिथि:- इस तिथि में यमराज देवता वास करते है इनकी उपासना से सभी बाधाएं नष्ट हो जाती है और अकाल मृत्यु का भी भय नहीं रहता. एकादशी तिथि:- इस तिथि में भगवान विश्व देवता है इनकी पूजा से व्यक्ति धन धान्य रहता है. द्वादशी तिथि:- इस तिथि में भगवान विष्णु का वास होता है इनकी पूजा से एश्वर्य प्राप्त होता है. त्रयोदशी तिथि:- इस तिथि में कामदेव का वास होता है इनकी पूजा करने से सुन्दर पत्नी का योग होता है और वैवाहिक जीवन सफल व सुखी होता है चतुर्दशी तिथि:- इस तिथि के स्वामी भगवान शिव है इनकी पूजा से मनोकामना पूरी होती है. पूर्णिमा तिथि:- इस तिथि के देवता चन्द्र देव है और पूर्णिमा का व्रत रखने से घर में हमेशा सुख शन्ति बनी रहती है. अगर आपके साथ होता है ये सब तो समझिये की ये शनि का है दुष्प्रभाव सुबह उठते ही से इन सब का दिख जाना मतलब होता है शुभ संकेत अंगूठा सीधा है तो सावधान घर का दरवाजा, शुभ या अशुभ