नई दिल्ली: वैश्विक नेताओं के G-20 वर्चुअल समिट का बुधवार को समापन हो गया है. इस समिट की अध्यक्षता प्रधानमंत्री मोदी कर रहे थे. इसके समापन समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ग्लोबल साउथ की आवाज को एक बार फिर बुलंद किया. इस के चलते उन्होंने आतंकवाद, इजरायल-हमास युद्ध सहित कई मुद्दों पर जी-20 के सभी सदस्य देशों का ध्यान केंद्रित किया. प्रधानमंत्री मोदी ने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा, "मेरा निमंत्रण स्वीकार कर इस समिट में जुड़ने के लिए आप सभी का आभार जताता हूं. 140 करोड़ भारतवासियों की ओर से हार्दिक स्वागत है. मुझे याद है जब बीते वर्ष 1 नवंबर को मेरे दोस्त और इंडोनेशिया के प्रेसिडेंट जोको विडोडो ने मुझे सेरेमॉनियल गेवल सौंपी थी. तब मैंने कहा था कि हम मिलकर जी20 को इंक्लूसिव, एंबिशियस, एक्शन ओरिएंटेड एवं डिसाइसिव बनाएंगे. हम सबने मिलकर ये करके दिखाया है. हम सबने मिलकर G20 को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है. अविश्वास एवं चुनौतियों से भरी आज इस दुनिया में ये आपस में विश्वास ही है, जो हमें बांधता है, एक दूसरे से जोड़ता है. इस एक वर्ष में हमने वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर में विश्वास व्यक्त किया है. विवादों से हटकर एकता और सहयोग का परिचय दिया है." प्रधानमंत्री ने आगे कहा, "वो पल मैं कभी नहीं भूल सकता जब दिल्ली में हम सभी ने सर्वसम्मति से अफ्रीकन यूनियन का स्वागत किया. G20 ने पूरी दुनिया को इंक्लूजीविटी का जो संदेश दिया है, वो अभीपूर्व है. भारत के लिए गर्व की बात है कि उसकी अध्यक्षता में अफ्रीका को आवाज मिली. इस एक वर्ष में पूरी दुनिया ने जी20 में ग्लोबल साउथ की गूंज भी सुनी है. बीते सप्ताह वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट में करीब-करीब 130 देशों ने नई दिल्ली G20 समिट में लिए गए फैसलों की मन से प्रशंसा की है. G20 ने इनवोशन एवं डिजिटल टेक्नोलॉजी का समर्थन करते हुए पूर्ण ह्यूमन सेंट्रिक अपरॉच बनाने पर बल दिया. G20 को भारत की अध्यक्षता में पीपल्स 20 की पहचान मिली. हमने इसे पर्व की ओर मनाया." बाहर खेल रही 3 वर्षीय बच्ची को अपने साथ ले गया 12 साल का लड़का, फिर ईदगाह के पास ले जाकर करने लगा ये गंदी हरकत विदेशी फंडिंग से मस्जिद निर्माण, अवैध रोहिंग्याओं को भारत भर में बसाना, राष्ट्र विरोधी गतिविधियां, 10 आतंकियों की गिरफ़्तारी से हुए बड़े खुलासे पत्नी को मायके से नहीं भेजा तो आगबबूला हुआ दामाद, ससुर के पेट में घोंप दिया चाकू और फिर...