लंदन: जलवायु में बदलाव को लेकर अभियान चलाने वाली स्वीडन निवासी ग्रेटा थनबर्ग ने भी इंडिया में मेडिकल व इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए प्रस्तावित NEET व JEE को स्थगित करने की वकालत कर दी है. एक ट्वीट में उन्होंने बोला है कि कोविड-19 के संक्रमण के इस दौर में छात्रों को परीक्षा देने के लिए कहना ठीक नहीं है. जलवायु बदलाव के लिए आंदोलन करने वाली 17 वर्षीय थनबर्ग दुनियाभर की आवाज बन चुकी हैं. एक मैग्जीन ने उन्हें वर्ष 2019 के पर्सन ऑफ द ईयर के लिए नामित कर दिया था. जंहा यह भी कहा जा रहा है कि मेडिकल में प्रवेश के लिए प्रस्तावित राष्ट्रीय पात्रता एवं दाखिला परीक्षा (NEET) व इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए तय संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) को स्थगित करने के अनुरोध को लेकर रविवार को तकरीबन 4,000 छात्रों ने एक दिवसीय भूख हड़ताल शुरू कर दी है. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी व द्रमुक नेता एमके स्टालिन भी परीक्षाओं को स्थगित करने की अपील कर चुकी है. जंहा यह कहा जा रहा है कि नीट परीक्षा टालने को लेकर देश में भी बहुत आवाजें उठ रही हैं. कोविड-19 काल में दोनों परीक्षाएं आयोजित करने पर दिल्ली के उप सीएम मनीष सिसोदिया के उपरंत अब कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने भी कोविड-19 काल में परीक्षा कराने पर प्रश्न उठाए. राहुल गांधी ने से सरकार से मांग की है कि सरकार को JEE मेन और NEET परीक्षा के स्टूडेंट्स के मन की बात को सुनना होगा. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है कि आज हमारे लाखों छात्र सरकार से कुछ बोल रहे हैं. NEET, JEE परीक्षा के बारे में उनकी बात सुनी जानी चाहिए और सरकार को एक सार्थक हल मिल सकता है. गौरतलब है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने JEE (मेन) एक से 6 सितंबर तक और NEET-UG13 सितंबर को कराने का एलान कर दिया गया है. जिसके उपरांत से छात्र कोविड-19 संक्रमण के मध्य सरकार से परीक्षा टालने की मांग की जा रही है. हांग कांग में कोरोना को लेकर चौकाने वाला तथ्य आया सामने इस दिन से ब्रिटेन में खुलेंगे विद्यालय स्पेस में अमेरिका और चीन के बीच हो सकता है युध्द