चंडीगढ़ : साध्वी यौन शोषण मामले में 20 साल के लिए, जेल की सलाखों के पीछे पहुंचे गुरमीत राम रहीम सिंह की मुसीबतें और बढ़ने वाली है, क्योंकि हत्या के दो अन्य मामलों में पंचकूला सीबीआई कोर्ट में आज शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उसकी पेशी होगी। किसी जोखिम से बचने के लिए, हरियाणा सरकार ने सुरक्षा की दृष्टि से यह निर्णय लिया है। उल्लेखनीय है कि हत्या के जिन दो मामलों में आज सुनवाई होना है उनमें डेरा प्रबंधक रणजीत सिंह और पत्रकार छत्रपति की हत्या के मामलों की आज शनिवार से अंतिम बहस शुरू होगी। बता दें कि 10 जुलाई 2002 को डेरे की प्रबंधन समिति के सदस्य रहे कुरुक्षेत्र के रणजीत सिंह की हत्या इसलिए कर दी गई थीं, क्योंकि डेरा प्रबंधन को यह संदेह था कि रणजीत ने ही साध्वी यौन शोषण की गुमनाम चिट्ठी अपनी बहन से लिखवाई थी। जबकि दूसरी हत्या सिरसा के एक सांध्य दैनिक के सम्पादक रामचंद्र छत्रपति की हुई थीं। उन्हें 24 अक्टूबर 2002 को पांच गोलियां मारी गई थीं। बाद में दिल्ली के अपोलो अस्पताल में उनकी मौत हो गई थीं। उनके अखबार में साध्वी यौन शोषण मामला उठाया गया था, इसलिए उनकी हत्या की गई थीं। बता दें कि बाद में जनवरी 2003 में पत्रकार छत्रपति के बेटे अंशुल ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआई जांच की मांग की थीं । इस पर हाई कोर्ट ने पत्रकार छत्रपति व रणजीत हत्याकांड की सुनवाई एक साथ करने का निर्णय लेते हुए 10 नवंबर 2003 को सीबीआई को जांच करने के आदेश दिए थे। यह भी देखें पुलिस की गिरफ्त में हनीप्रीत का एक और करीबी ठरकी बाबा की अय्याशी पर लगी रोक, तो हुआ बीमार