कोच्ची: केरल पुलिस ने कोच्चि के एक कन्वेंशन सेंटर में हाल ही में हुए विस्फोटों के संबंध में सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने वाले कथित बयान देने के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया है। एर्नाकुलम सेंट्रल पुलिस ने केरल प्रदेश कांग्रेस के डिजिटल मीडिया संयोजक पी सरीन की शिकायत के आधार पर उसी घटना पर केंद्रीय मंत्री के खिलाफ दूसरा मामला दर्ज किया है। कांग्रेस नेता की शिकायत के आधार पर भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता अनिल एंटनी पर भी उनके सोशल मीडिया पोस्ट के लिए मामला दर्ज किया गया था। एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया कि, ''दोनों मामले मंगलवार को आईपीसी 153 और 153ए और केरल पुलिस अधिनियम की धारा 120 (ओ) के तहत दर्ज किए गए।'' बता दें कि, IPC 153 और 153ए में दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसावे देने और क्रमशः धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने का उल्लेख है। केपी अधिनियम की धारा 120 (ओ) में उपद्रव और सार्वजनिक व्यवस्था का उल्लंघन शामिल है। विस्फोट की घटना और मलप्पुरम जिले में एक इस्लामी समूह द्वारा आयोजित एक असंबंधित कार्यक्रम के संबंध में उनके सोशल मीडिया पोस्ट पर सप्ताह की शुरुआत में यहां भी इसी धारा के तहत चंद्रशेखर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के नेता ने ऑनलाइन तरीके से मुस्लिम भीड़ को संबोधित किया था। चन्द्रशेखर और भाजपा दोनों ने मामले दर्ज करने की आलोचना की थी। जबकि पार्टी ने कार्रवाई की निंदा की, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन द्वारा हमास के तुष्टिकरण को उजागर करने के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई थी। केरल में ब्लास्ट:- केरल के कलामासेरी में एक ईसाई समूह के कन्वेंशन सेंटर में रविवार सुबह हुए सिलसिलेवार विस्फोटों में तीन लोगों की मौत हो गई और 52 अन्य घायल हो गए। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि कलामासेरी विस्फोट एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) के कारण हुआ था। डोमिनिक मार्टिन नाम के एक व्यक्ति ने विस्फोटों की जिम्मेदारी ली और त्रिशूर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। हालांकि पुलिस ने अभी तक विस्फोट में उसके शामिल होने की पुष्टि नहीं की है। रविवार सुबह 9 बजे के आसपास केरल में ये ब्लास्ट हुए थे, और दोपहर 12 बजे सीएम विजयन दिल्ली में गाज़ा और फिलिस्तीनियों को बचाने पर भाषण देते हुए नज़र आए थे, जिसको लेकर केंद्रीय मंत्री ने उनकी आलोचना की थी, जिसको लेकर उनपर दूसरी FIR दर्ज हो गई है। हिंदुत्व और यहूदीवाद को उखाड़ फेंको:- बता दें कि, इस फ़िलिस्तीन समर्थक रैली का आयोजन केरल में जमात-इस्लामी की युवा शाखा, सॉलिडैरिटी यूथ मूवमेंट द्वारा किया गया था। फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के पूर्व प्रमुख खालिद मशाल ने सभा को ऑनलाइन अरबी भाषा में संबोधित किया। हमास के आतंकी को सुनने के लिए बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग वहां मौजूद थे। इस विवादित कार्यक्रम के फुटेज में एक पोस्टर प्रदर्शित किया गया था, जिस पर लिखा था कि, "बुलडोजर हिंदुत्व और रंगभेदी यहूदीवाद को उखाड़ फेंको।" मजे की बात तो ये है कि, केंद्रीय मंत्री पर दो समुदायों के बीच दुश्मनी भड़काने के आरोप में FIR दर्ज करने वाली केरल पुलिस को फिलिस्तीनी आतंकी संगठन 'हमास' के नेता और उसके आयोजकों द्वारा लगाए गए पोस्टर, 'हिंदुत्व और यहूदीवाद को उखाड़ फेंको' में दो समुदाय को भड़काने वाली सामग्री नहीं दिखी है। उस रैली को आयोजित करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है, शायद इसे ही तुष्टिकरण या वोटबैंक की राजनीति कहते हैं। सवालों के बदले रिश्वत मामला: महुआ मोइत्रा से पूछताछ के बीच एथिक्स कमिटी की बैठक से बाहर निकले विपक्षी सांसद कर्नाटक में मिला ज़ीका वायरस का पहला मरीज, पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी 'इंसानियत का दुश्मन है जॉर्ज सोरोस..', एलन मस्क ने खोली अमेरिकी अरबपति की पोल, भारत से भी है सीक्रेट संबंध !