इनकम डिपार्टमेंट ने कई प्रदेशों में मौजूद दो समूहों पर तलाशी जब्ती अभियान आरम्भ किया है। पहला समूह डिजिटल मार्केटिंग अभियान प्रबंधन में लगा हुआ है, जिसमें बेंगलुरु, सूरत, चंडीगढ़ मोहाली में मौजूद 7 परिसरों में तलाशी अभियान चलाया गया है। पाए गए आपत्तिजनक गवाहों से पता चला है कि समूह एक एंट्री ऑपरेटर का इस्तेमाल करके आवास एंट्री प्राप्त करने में लगा हुआ है। विभाग ने एक बयान में बताया कि एंट्री ऑपरेटर ने हवाला ऑपरेटरों के जरिए समूह की नकदी बेहिसाब इनकम के ट्रांसफर की सुविधा प्रदान की है। वही व्यय की मुद्रास्फीति राजस्व की कम एंट्री का भी पता चला है। यह समूह बेहिसाब नकद भुगतान में भी लिप्त पाया गया है। डिपार्टमेंट ने बताया कि उन्होंने यह भी पाया कि निदेशकों के निजी खचरें को खातों में व्यावसायिक खर्च के तौर पर दिखाया गया है। निदेशकों उनके परिवार के सदस्यों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले वाहन कर्मचारियों एंट्री प्रोवाइडर के नाम पर खरीदे गए हैं। वही तलाशा गया दूसरा समूह सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में लगा हुआ है, जिसमें देश भर में सॉलिड वेस्ट कलेक्शन, ट्रांसपोर्टेशन, प्रोसेसिंग डिस्पोजल सेवाएं सम्मिलित हैं। तलाशी के चलते तमाम आपत्तिजनक दस्तावेज डिजिटल साक्ष्य बरामद किए गए हैं। प्राप्त हुए साक्ष्यों से पता चलता है कि इस समूह ने खचरें उप-अनुबंधों के लिए फेक बिल बुक करने में संलिप्तता व्यक्त की है। बुक किए गए इस प्रकार के फेक खचरें का प्रारंभिक अनुमान 70 करोड़ रुपये है। आज फिर महंगा हुआ पेट्रोल-डीजल, जानिए आज का नया भाव आने वाला है धनतेरस का त्यौहार, जानिए क्या है सोने-चांदी का हाल बिटकॉइन की कीमतों में जबरदस्त इजाफा, ऑल टाइम हाई से मात्र दो हजार डॉलर दूर