नई दिल्ली : नोटबंदी (8 नवंबर) के बाद बैंकों में भारी जमा राशि की जांच के अंतर्गत आयकर विभाग ने करीब 18 लाख ऐसे करदाताओं की पहचान की है जिनमें जमा की गई रकम खाताधारक के टैक्स प्रोफाइल से मेल नहीं खाती है. अब आयकर विभाग करीब 18 लाख ऐसे करदाताओं को नोटिस भेजकर 10 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगेगा.यह जानकारी राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने दी. गौरतलब है कि विभाग ने मंगलवार को ऑपरेशन क्लीन मनी परियोजना शुरु कर दी .बता दें कि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने संदिग्ध लोगों के बैंक खातों में जमा राशि का पता लगाने के लिए एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जिसकी मदद से अब जांच की जाएगी और उन लोगों को ई-मेल भेजा जाएगा जिनकी 8 नवंबर के बाद नकदी जमाएं उनकी आय से मेल नहीं खाती हैं. राजस्व सचिव ने कहा कि ऑपरेशन क्लीन मनी एक प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर है, जिसका इस्तेमाल सभी जमाओं पर जवाब प्राप्त करने के लिए किया जाएगा. बता दें कि जिन लोगों की टैक्स डिटेल उनके बैंक खातों में जमा राशि से मेल नहीं खाएगी उन्हें आयकर विभाग की ओर से ई-मेल और एसएमएस भेजकर पूछताछ की जाएगी. राजस्व सचिव ने बताया कि जवाब नहीं मिलने पर विभाग संबंधित लोगों को नोटिस भेजेगा. वहीं अगर ऐसे खाताधारक नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं दे सके तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. 42 बेनामी संपत्ति पर चला आयकर विभाग का चाबुक, करोड़ों की बैंक जमा हुई कुर्क GAAR के नियमों से लगेगी कालेधन पर रोक, मिलेगा विदेशियों से टैक्स