रोहिंग्या के बच्चों में बढ़ रहा कुपोषण

नई दिल्ली. म्यांमार से पलायन कर बांग्लादेश पहुंचे 600,000 रोहिंग्या शरणार्थियों में से बच्चों की संख्या सबसे अधिक है. संयुक्त राष्ट्र की बाल एजेंसी यूनिसेफ ने एक अध्यन किया जिसमें ये पाया गया कि बांग्लादेश में भीड़भाड़ वाले, मलिन और गंदे शरणार्थी शिविरों में रहने के कारण इन बच्चों की हालत काफी नाजुक है. बच्चों में कुपोषण का स्तर बढ़ता जा रहा है. 

एजेंसी ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें ये बताया गया है कि बांग्लादेश के कोक्स बाजार स्थित एक शिविर में रहने वाले  बच्चों में कुपोषण इतना खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है कि उनकी मौत हो सकती है. इसमें कहा गया कि शरणार्थियों में से 58 प्रतिशत बच्चे हैं जो बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में पिछले आठ सप्ताहों से शरण लिये हुये हैं. रिपोर्ट तैयार करने वाले सिमोन इनग्राम ने बताया कि इलाके में हर पांच में से एक बच्चा ‘बेहद तेजी से कुपोषित’ हो रहा है.  

यह रिपोर्ट जिनेवा में सोमवार को रोहिंग्या के लिए अंतरराष्ट्रीय कोष एकत्र करने के लिये दानदाता सम्मेलन से पहले सामने आयी है. बांग्लादेश में कई रोहिंग्या शरणार्थियों ने म्यांमार में अत्याचार देखा है जैसा किसी भी बच्चे ने अभी तक नहीं देखा था और सभी को भारी नुकसान हुआ है. यूनीसेफ के प्रवक्ता क्रिस्टोफर काउलरैक ने कहा, बच्चों की हालत देखना बहुत चिंताजनक है.

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