इस सवाल का जवाब बतौर कोच रवि शास्त्री और बतौर कप्तान विराट कोहली को खोजना है. दरअसल, क्राइस्टचर्च टेस्ट में भारतीय टीम की जो हालत है उसके पीछे बल्लेबाजों की असफलता पहली बड़ी वजह है. इसमें विराट कोहली का न चलना सबसे पहले आता है. टेस्ट सीरीज की तीसरी पारी में विराट कोहली तीन रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन बल्लेबाजों की नाकामी के बाद टीम के फ्लॉप शो का विराट कोहली की पसंद-नापसंद से भी रिश्ता है. रिपोर्ट्स के अनुसार क्राइस्टचर्च टेस्ट में विराट कोहली ने एक बार फिर प्लेइंग 11 में ऋषभ पंत को मौका दिया. ऐसा लगता है कि प्लेइंग 11 का फैसला करते वक्त विराट कोहली अपने नाम के बाद सबसे पहले ऋषभ पंत का ही नाम लिखते हैं. ऋषभ पंत को लेकर उनकी पसंद की वजह पता ही नहीं चलती. वो ऋषभ पंत को कितने मौके देना चाहते हैं इसका कोई हिसाब ही नहीं है. जानकारी के लिए बता दें कि बीते शनिवार यानी 29 फरवरी 2020 को उन्होंने प्लेइंग 11 में ऋषभ पंत पर एक बार फिर भरोसा जताया. इस भरोसे के बदले में उन्हें 12 रन. जो 12 रन बनाने के लिए वो पूरे 17 मिनट क्रीज पर रहे. उन्होंने 14 गेंदों का सामना किया. 2 चौके लगाए. तब कहीं जाकर उन्होंने भारतीय टीम के स्कोर में पूरे 12 रनों का योगदान दिया. इस योगदान के लिए भारतीय क्रिकेट फैंस को ऋषभ पंत का शुक्रगुजार होना चाहिए. क्योंकि अब हार-जीत के अंतर में 12 रन ऋषभ पंत के भी होंगे. PAKvBAN: बोर्ड अध्यक्ष का आग्रह ठुकरा इस क्रिकेटर ने पाक जानें से किया इंकार दक्षिण अफ्रीका के लिए बड़ी खबर, वन-डे सीरीज से बाहर हुआ यह खिलाड़ी पीठ की सर्जरी के बाद इस क्रिकेटर ने की टीम में धमाकेदार एंट्री