नई दिल्ली: भारतीय पीएम नरेन्द्र मोदी की रूस यात्रा के पश्चात् अमेरिका ने भी भारतीय विदेश नीति का लोहा माना है। अमेरिका ने कहा है कि भारत अपनी रूस के साथ पुरानी दोस्ती के सहारे यूक्रेन-रूस संघर्ष समाप्त करवा सकता है। अमेरिका के व्हाइट हाउस ने यह टिप्पणी की है। मंगलवार (9 जुलाई, 2024) को अमेरिकी राष्ट्रपति की प्रेस सचिव जीन पियरे ने मीडिया से चर्चा के चलते कहा, “भारत हमारा रणनीतिक साझेदार है और हम उसके साथ सभी मुद्दों पर एकदम खुलेपन से बात करते हैं, इन मुद्दों में उसके रूस के साथ रिश्ते भी सम्मिलित हैं। हमने इस मामले पर पहले भी बातचीत की है। हमें लगता है कि यह आवश्यक है कि भारत समेत सभी देश यूक्रेन के मामले में स्थायी शांति हासिल करने के प्रयासों को समर्थन दें।” आगे उन्होंने भारत के इस मामले में मदद करने को लेकर कहा, “भारत के रूस के साथ उसके पुराने रिश्ते उसे यह क्षमता भी देते हैं कि वह रूसी राष्ट्रपति पुतिन से युद्ध हो समाप्त करने की बात कह सके।” अमेरिका ने कहा कि युद्ध रूस द्वारा चालू किया गया था तथा इसे उसके द्वारा ही समाप्त किया जाएगा। अमेरिका की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मोदी के रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत में यूक्रेन-रूस संघर्ष को उठाने के बाद आई है। मंगलवार (9 जुलाई, 2024) को प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन के साथ आधिकारिक बातचीत में कहा था कि दोनों देशों के विवाद का समाधान युद्धभूमि पर नहीं निकलने वाला है। उन्होंने कहा था कि बम, बंदूकों एवं गोलीबारी के बीच बातचीत नहीं हो सकती है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बातचीत के चलते कहा था कि भारत शांति बहाली के लिए हर सहयोग को तैयार है। उन्होंने कहा था भारत स्वयं भी शांति के पक्ष में है तथा विश्व समुदाय को यह बात जाननी चाहिए। इसके चलते प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा था कि राष्ट्रपति पुतिन का शांति के विषय में बात करना उन्हें आशान्वित कर रहा है। राष्ट्रपति पुतिन ने भी इस के चलते प्रधानमंत्री मोदी के शांति प्रयासों की सराहना की थी। उन्होंने इस के चलते भारत और रूस के मजबूत रिश्तों पर भी बात की थी। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को रूस का सर्वोच्च सम्मान दिया था। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी तीन दिवसीय विदेश (8-10 जुलाई) दौरे पर हैं। वह रूस में विदेश यात्रा पूरी करने के पश्चात् मंगलवार को ऑस्ट्रिया पहुँचे थे। यहाँ ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री ने उनके एयरपोर्ट पर स्वागत किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमार से भी मुलाक़ात की है। वह उनके साथ अब आधिकारिक बातचीत में सम्मिलित होंगे। पति के काले रंग के कारण पत्नी ने उठाया बड़ा कदम, जानकर होगी हैरानी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर हुआ बड़ा हादसा, 18 की मौत, कई घायल कठुआ आतंकी हमले के बाद कांग्रेस नेताओं ने की कड़ी कार्रवाई की मांग