वाशिंगटन: विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वॉर से भारत के लिए दोनों देशों में निर्यात मौके बढ़ाने में सहायता मिलेगी. भारत दोनों देशों में परिधान, कृषि, वाहन और मशीनरी के क्षेत्र में निर्यात के मौके प्राप्त कर सकता है. भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (आईआईएफटी) में प्रोफेसर राकेश मोहन जोशी ने बताया है कि अमेरिका प्रमुख रूप से चीन से मशीनरी और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में मध्यवर्ती उपकरणों को लक्ष्य बना रहा है, जबकि दूसरी ओर चीन ने अमेरिका से ऑटोमोटिव और सोयाबीन सहित कृषि उत्पादों को लक्ष्य बनाया है. उल्लेखनीय है कि अमेरिका द्वारा पिछले दिनों ही चीन के 50 अरब डॉलर के हाईटेक उत्पादों पर 25 फीसदी और 200 अरब डॉलर मूल्य के अन्य उत्पादों पर 10 फीसदी टैरिफ लगाने के ऐलान से दोनों देशों के बीच व्यापर युद्ध और बढ़ गया है. हाल में अमेरिका ने चीनी मोबाइल कंपनी हुआवे को काली सूची में डाल दिया है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपे एक लेख में भी हाल में बताया गया था कि अमेरिका और चीन के बीच गहराते तनाव से भारत और चीन के बीच वित्तीय सम्बन्ध और बेहतर हो सकते हैं. भारत उन कुछ देशों में शुमार है जो चीनी बाजार में अमेरिकी उत्पादों के आयात में कमी आने का लाभ उठा सकते हैं. हार्दिक पांड्या की तारीफ में कुछ ऐसा बोल गये वीरेंद्र सहवाग आज कल खुद को फिट रखने के लिए यह काम कर रहे है गेल पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने इस खिलाड़ी को बताया बल्लेबाजी में चौथे क्रम का विकल्प