उत्तराखंड के नजदीक चमोली से लगे चीन सीमा क्षेत्र में सेना और आईटीबीपी मुस्तैद है।आपकी जानकारी के लिए बता दें की लद्दाख में तनाव को देखते हुए भारी संख्या में सेना के जवान दो सप्ताह पूर्व ही सीमा क्षेत्र में चले गए थे। वहीं मंगलवार रात को कुछ सेना के वाहन मलारी से जोशीमठ की ओर आते दिखाई दिए। इसके साथ ही क्षेत्र में सेना की आवाजाही भी सामान्य लगी है। जिससे अंदाज लगाया जा सकता है कि सीमा पर अभी सब कुछ ठीक है। इसके साथ ही एसडीएम जोशीमठ अनिल चन्याल ने बताया है कि सीमा क्षेत्र में सब सामान्य है। वहीं आईटीबीपी की ओर से न तो स्थानीय लोगों की आवाजाही रोकी गई है और न ही बुग्यालों में पहुंचे भेड़ बकरी चरवाहों को वापस भेजने को लेकर कोई बात की गयी है। आपकी जानकारी के लिए बता दें की लद्दाख की गलवां घाटी में चीन की सेना से हिंसक झड़प के बाद पिथौरागढ़ में चीन सीमा के नाभीढांग से लिपुपास तक आठ किमी के दायरे में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें की इस क्षेत्र में आईटीबीपी के साथ भारतीय सेना ने भी गश्त शुरू कर दी है। हालांकि यहां तनाव की स्थिति नहीं है। इसके साथ ही भारत नेपाल सीमा भी हाई अलर्ट पर है। हालांकि सीमा पर पहले से ही सघन पेट्रोलिंग जारी है।बता दें की मंगलवार सुबह से सीमा पिलरों के आसपास एसएसबी ने निगरानी बढ़ा दी गयी थी । वहीं बिहार सीमा पर पिलर गायब होने व चीन से झड़प में भारतीय सैनिकों के मारे जाने के बाद से यहां चौकसी बढ़ा दी गई है। कम उम्र में विवाह कर जीजाबाई ने दिया था 8 बच्चों को जन्म, बेटे को बनाया महान योद्धा मारा गया अजय पंडिता का हत्यारा, शोपियां में हिज्बुल का टॉप कमांडर ढेर जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी, शोपियां एनकाउंटर में 3 खूंखार आतंकी ढेर