नई दिल्ली: भारत ने कोरोना टीकाकरण के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। देश 21 अक्टूबर 2021 को कोरोना वैक्सीन की 100 करोड़ खुराक लगाने का आँकड़ा पार कर लिया है। तक़रीबन 279 दिनों में भारत ने ये मुकाम हासिल किया। इस हिसाब से देखें तो रोज़ाना औसतन 27 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन की खुराक दी गई। हमारे देश की तीन चौथाई आबादी ने कोरोना वैक्सीन की कम से कम एक खुराक ले ली है। वहीं, करीब 30 फीसद नागरिक ऐसे हैं, जिन्होंने दोनों खुराक ले ली है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसी बीच तमाम राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के साथ कोरोना टीकाकरण की गति पर समीक्षा भी की है। निर्देश दिए गए हैं कि अब लोगों को दूसरी खुराक दिए जाने पर फोकस किया जाए। साथ ही अंतरराष्ट्रीय यात्राओं को लेकर केंद्र ने सभी राज्यों से उनकी राय भी माँगी है। कई राज्यों के पास पर्याप्त मात्र में कोरोना वैक्सीन मौजूद है, ताकि वो लोगों को दूसरी खुराक दे सकें। जिन जिलों में टीकाकरण की रफ्तार कम है, वहाँ विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि, इतने बड़े देश में 100 करोड़ टीकाकरण करना एक बड़ी चुनौती थी, क्योंकि 'वसुधैव कुटुंबकम' और 'सर्वे सन्तु निरामयाः' जैसे आदर्शों का पालन करने वाले देश में सरकार से लगातार सवाल पूछे जा रहे थे कि भारत को कौन सा मुल्क वैक्सीन देगा? लेकिन भारत ने खुद एक नहीं, बल्कि दो-दो वैक्सीन का निर्माण किया और हर एक गाँव व शहर तक टीकाकरण के लिए जाल बिछाया गया। बता दें कि विश्व में भारत और चीन के दो ही ऐसे देश हैं, जिनकी जनसंख्या 100 करोड़ से अधिक है, ऐसे में सबसे अधिक जनसंख्या को कोरोना वैक्सीन डोज देने के मामले में यही दोनों देश आगे रहेंगे। भारत ने इस मिथक को तोड़ दिया है कि रईस मुल्क अपने लोगों को पहले वैक्सीनेट कर देंगे, फिर अन्य देशों को प्रतीक्षा करनी पड़ेगी कि वो वैक्सीन की डोज दें। बता दें कि ‘वैक्सीन मैत्री’ के रूप में भारत ने 95 देशों में 6.64 करोड़ डोज भेजकर उनकी मदद भी की है। आज भारत ने फिर दुनिया को दिखा दिया है कि, वो पूरी दुनिया को एक परिवार की तरह मानता है और सबकी मदद के लिए सदैव तत्पर भी है। MP: प्रो कबड्डी का नेशनल प्लेयर निकला तस्कर, पुलिस ने किया गिरफ्तार आज फिर भड़के पेट्रोल-डीजल के दाम, जानिए कितना हुआ इजाफा इतने प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ बाजार, जानिए क्या है निफ़्टी और सेंसेक्स का हाल