मुंबई: शुक्रवार को, मुंबई में एक ऐतिहासिक घटना घटी जब कोस्टल रोड और बांद्रा-वर्ली सी-लिंक को जोड़ने वाला विशालकाय बो आर्च स्ट्रिंग गर्डर सफलतापूर्वक स्थापित किया गया। यह 2,000 मीट्रिक टन का स्टील का ढांचा भारत में अपनी तरह का पहला है, जिसे समुद्र में ज्वार-भाटा का उपयोग करके जोड़ा गया है। इस कनेक्शन से बांद्रा से मरीन ड्राइव तक का 15 किलोमीटर का सफर अब केवल 15 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। यह परियोजना मुंबईवासियों के लिए बड़ी राहत की बात है, क्योंकि यह शहर में यातायात की भीड़ को कम करने और यात्रा के समय को काफी कम करने में मदद करेगी। कोस्टल रोड का 87% से अधिक काम पूरा हो चुका है, और मरीन ड्राइव से सी-लिंक तक का हिस्सा जून में शुरू होने की उम्मीद है। हालांकि, इस परियोजना को पूरा होने में देरी हुई है, जिसके कारण इसकी लागत 8,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 14,000 करोड़ रुपये हो गई है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बीएमसी को जून तक परियोजना पूरी करने का निर्देश दिया है। यह उम्मीद की जाती है कि कोस्टल रोड और बांद्रा-वर्ली सी-लिंक का कनेक्शन मुंबई के बुनियादी ढांचे में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा और शहरवासियों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में मदद करेगा। फर्जी वोटिंग की खबर दिखा रहे 4 पत्रकारों को मुस्लिम लीग के कार्यकर्ताओं ने पीटा, कपड़े तक फाड़ डाले, वामपंथी MLA को भी धमकाया संदेशखाली में मिला हथियारों का जखीरा, सीएम ममता बोलीं- CBI और NSG से मिलकर भाजपा ने रखा गोला-बारूद ! रांची में स्कूल बस पलटने से हुआ बड़ा हादसा, लगभग 15 बच्चे घायल