यूएई के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन के बाद भारत ने आज यानी शनिवार को एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। आप सभी को बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा बीते शुक्रवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस बाबत एक पत्र जारी किया गया है। जी हाँ और इस पत्र में कहा गया कि, 'दिवंगत गणमान्य यूएई के राष्ट्रपति के सम्मान में भारत सरकार ने फैसला किया है कि पूरे देश में 14 मई को एक दिन का राजकीय शोक रहेगा।' इसी के साथ आपको बता दें कि शोक के दिन भारत का राष्ट्रीय ध्वज उन सभी भवनों पर आधा झुका रहेगा जहां इसे नियमित रूप से फहराया जाता है और कोई आधिकारिक मनोरंजन नहीं होगा। जी दरअसल काफी लंबे समय से बीमार चल रहे शेख खलीफा का बीते शुक्रवार को निधन हो गया। वह 73 वर्ष के थे। जी हाँ और वह संयुक्त अरब अमीरात के संस्थापक राष्ट्रपति शेख जायद बिन सुल्तान अल नाहयान के सबसे बड़े बेटे थे। आप सभी को बता दें कि शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान का जन्म 7 सितंबर 1948 को अल ऐन के अल मुवाईजी किले में हुआ था और उनके पिता का नाम शेख जायद बिन सुल्तान अल नाहयान थे, जिन्हें संयुक्त अरब अमीरात का संस्थापक माना जाता है। वहीँ उनकी मां शेखा हेसा बिन्त मोहम्मद बिन खलीफा बिन जायद अल नाहयान थीं और उनका पूरा नाम खलीफा बिन जायद बिन सुल्तान बिन जायद बिन खलीफा बिन शखबाउट बिन थे। आप सभी को हम यह भी बता दें कि, पिछले कुछ सालों में भारत और यूएई के बीच संबंध ऐतिहासिक स्तर पर मजबूत हुए हैं और अमेरिका को पीछे कर भारत, यूएई का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बन गया है और दोनों देशों ने 2030 तक 100 अरब डॉलर तक व्यापार को बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। जी हाँ और इसी साल फरवरी महीने में भारत और संयुक्त अरब अमीरात ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापारिक व्यापार को 100 अरब डॉलर तक बढ़ाने के उद्देश्य से एक कॉम्प्रिंहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट (सीईपीए) पर हस्ताक्षर किए हैं। क्रिकेट मैच के दौरान आई काली बिल्ली, लेकिन ट्रोल हो गए विराट कोहली, जानिए वजह सपने में खुद को मरते देखने के होते हैं अलग-अलग मतलब, जानिए यहाँ न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने कोविड-19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया