नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद गहराता जा रहा है। हालात ये हैं कि चीन भारत की सेना को सिक्किम से पीछे हटने के लिए कह रहा है मगर भारतीय सेना इस क्षेत्र में पीछे हटना नहीं चाहती है। ऐसे में चीन अपने अधिकृत मीडिया और अन्य तरह से भारत पर दबाव बनाने में लगा है। तो दूसरी ओर भारत का कहना है कि सिक्किम और अरूणाचल प्रदेश भारत का ही भाग हैं। चीन की धमकियों के बाद भारत के 350 जवान डोकलाम में अपनी पोजिशन संभाले हुए हैं गौरतलब है कि 16 जून को चीन की ओर से कराए जा रहे सड़क निर्माण के कार्य को भारतीय सैनिकों ने रोक दिया थइस मामले में सेना के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा है कि इस क्षेत्र में सैनिकों को तैनात रहने के लिए कहा गया है। गौरतलब है कि गहन विश्लेषण के बाद यह फैसला लिया गया है। 1400 किलोमीटर लंबी चीन.भारत सीमा पर सिक्किम से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक तैनात सैनिकों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है,अधिकारी ने कहा कि सरकार को सीमा से संवेदनशील जानकारियां मिली हैं। जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार भारत व चीन सीमा की ईस्टर्न थियेटर की सुरक्षा के लिए अरुणाचल और असम में तैनात 3 और 4 कॉर्प्स के जवानों के साथ सेना की सुकना स्थित 33 कॉर्पस को भी चीन सीमा पर भेजा गया है। भारत इस क्षेत्र में अपनी पूर्व तैयारियों मे लगा है। कहा गया है कि लगभग 45 हजार जवानों ने वेदर एक्लीमेटाइजेशन प्रक्रिया के तहत विभिन्न तरह के तापमान में रहने का प्रशिक्षण प्राप्त किया। हालात ये रहे कि जवानों का प्रशिक्षण कार्यक्रम करीब 9 हजार फीट की ऊॅंचाई पर चला। भारत का कहना है कि चीन भारतीय क्षेत्रों से सड़क निर्माण के कार्य में लगने वाले औजारों को हटा ले। पीएम मोदी ने चीन के भूकंप में मृत लोगों के प्रति शोक जताया सुषमा स्वराज ने भूटान के विदेश मंत्री से की मुलाकात जिम गॉडेस के नाम से जानी जाती है ये टीचर, लोगो के दिलो पर कर रहीं है राज