अहमदाबाद में जिस बुलेट ट्रेन का पीएम मोदी और जापान के पीएम शिंजो आबे ने शिलान्यास किया, उसके बारे में कई लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे होंगे। इसलिए आपको बताते हैं कि कैसे होगा देश की इस पहली बुलेट ट्रेन का 508 किमी का सफर। इस बारे में भारत सरकार द्वारा जो वीडियो जारी किया गया है, उसके अनुसार इस पूरे प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा उठाई जाएगी। कार्य की शुरुआत ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट खोलने से होगी। इसके लिए चार हजार लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी। जून 2018 से पुल बनाए जाएंगे जिसपर ट्रेक बिछेगा । इस काम में बीस हजार लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। यह ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलने की क्षमता रखती है।बुलेट ट्रेन के लिए साबरमती स्टेशन को नया बनाया जाएगा। बता दें कि बुलेट ट्रेन में सालाना 150 करोड़ लोग सफर करने का अनुमान लगाया जा रहा है। यह प्रोजेक्ट 2022 तक पूरा हो जाएगा। इस बुलेट ट्रेन से मुंबई तक की सात घंटे की दूरी तीन घंटे में पूरी हो जाएगी । इस ट्रेन के लिए जो रास्ता बनाया जाएगा उसके लिए 21 किलोमीटर की सुरंग भी खोदी जाएगी। जिसमें से सात किलोमीटर की दूरी समुद्र से होकर गुजरेगी। अब आप सोच रहे होंगे कि इस बुलेट ट्रेन के स्टेशन कौन से होंगे।तो बता देते हैं कि इस बुलेट ट्रेन में अहमदाबाद से मुंबई के बीच 12 स्टेशन होंगे। इनमें मुंबई, थाने, विरर, बोसिर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भारुच, वडोदरा, आनंद, अहमदाबाद और साबरमती शामिल हैं। यह भी देखें बुलेट रेल प्रोजेक्ट के शिलान्यास के बाद, मोदी - आबे पहुॅंचे दांडी कुटीर जापान मेक इन इंडिया को लेकर प्रतिबद्ध - शिंजो आबे