नई दिल्ली: भारत ने एक बार फिर दरियादिली दिखाते हुए अपने पड़ोसी और पारम्परिक मित्र नेपाल को 1.54 अरब नेपाली रुपए (लगभग 96 करोड़ भारतीय रुपए) की आर्थिक सहायता दी है। हालांकि चीन के उकसावे में आकर नेपाल, भारत विरोधी कार्वाइयों को अंजाम दे रहा है इसके बाद भी काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास में नेपाल मिशन की उप प्रमुख सुश्री नामग्याल खंपा ने भारत सरकार द्वारा जारी किया गया धनराशि का चेक नेपाल वित्त मंत्रालय के सचिव शिशिर कुमार ढुंगना को सौंपा। यह राशि नेपाल के नुवाकोट और गोरखा जिलों में भूकंप की वजह से तबाह हुए मकान और स्कूलों के पुनर्निमाण के कार्य में लाई जाएगी। उल्लेखनीय है कि अप्रैल 2015 में नेपाल में आए भूकंप में नौ हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और लगभग आठ हजार घर तबाह हुए थे। भूकंप प्रभावित नुवाकोट और गोरखा जिलों में नष्ट हुए घर और स्कूल भवनों का पुनर्निर्माण कराने के लिए भारत सरकार ने नेपाल को डेढ़ अरब डॉलर अनुदान राशि देने का ऐलान किया था। इसी कड़ी में भारत ने नेपाल सरकार को मदद राशि भेजी है। इस मद में भारत अब तक नेपाल को 72 करोड़ डॉलर राशि दे चुका है। भूकंप पीडितों के पुनर्वास हेतु, नुवाकोट और गोरखा जिलों में 50 हजार निजी आवासों के निर्माण के लिए भारत व नेपाल के बीच फरवरी, 2016 में 10 करोड़ डॉलर की अनुदान राशि के समझौता पत्र MOU पर दस्तखत किए गए थे। भारत सरकार के सहयोग से नुवाकोट और गोरखा जिलों में चलाई जा रही आवासीय योजना के 92 फीसद घर बनकर तैयार हो चुके हैं। चीनी बैंक केस: UK कोर्ट में बोले अनिल अंबानी- 'गहने बेचकर भर रहा वकीलों की फीस' आरबीआई ने शहरी सहकारी बैंकों की सुरक्षा के लिए रखा पांच सूत्रीय का प्रस्ताव सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के भविष्य के लिए सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम