नई दिल्ली: देश को लंबे समय से कोरोना वायरस टेस्ट के लिए जिन रैपिड टेस्टिंग किट (RTK) की खेप का इंतजार था वह आखिरकार चीन से देश पहुंच गई हैं। इसमें एंटीबॉडी और RNA एक्सट्रेशन किट भी शामिल हैं। आज से इन्हें देश के अलग अलग हिस्सों में भेजा जाएगा। इन किट्स का उपयोग हॉटस्पॉट वाले इलाकों में किया जाएगा, जहां संक्रमण तेज रफ़्तार से फैल रहा है। पहली खेप में भारत को 6.5 लाख किट प्राप्त हुईं हैं। जिन्हे विभिन्न सूबों में भेजा जाएगा। वहीं असम को आज 50,000 व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE) किट दी गई हैं। दूसरी तरफ भारत सरकार ने चीन से आने वाले कोरोना वायरस के टेस्टिंग किट्स की डिलीवरी में देरी होने के कारण दक्षिण कोरिया, जर्मनी और फ्रांस जैसे अन्य देशों में निर्मित तथा स्वदेशी जांच किट के इस्तेमाल को भी मंजूरी दे दी है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले चीन से भेजी गई पांच लाख स्पेशल किट भारत की जगह अमेरिका पहुंच गई थीं। भारत ने चीन की जिस कंपनी को यह ऑर्डर दिया था, उसने मंगाया गया स्टॉक अमेरिका पहुंचा दिया था। चीन की इस किट की यह खासियत है कि इससे केवल आधे घंटे में परीक्षण हो जाता है और पता चल जाता है कि व्यक्ति में कोरोना वायरस है या नहीं। हमारे देश में इस्तेमाल हो रही मौजूदा परीक्षण तकनीक में एक नमूने की जांच में तीन से चार घंटे लग जाते हैं। इस किट से देश के हॉटस्पॉट वाले इलाकों में जांच की जाएगी। इसके साथ ही इंफ्लुएंजा जैसी बीमारी से पीड़ित मरीजों की जांच भी इसी से किया जाएगा, जिससे कि यह पता चल सके कि उन्हें कोरोना वायरस तो नहीं हो रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच फिर टूटा बाज़ार, इतने अंक लुढ़का सेंसेक्स लॉकडाउन में चौपट जो जाएगा AC-कूलर का कारोबार, कारोबारियों को होगा अरबों का नुकसान कोरोना से सबसे ज्यादा पीड़ित है यह शहर, अब तक कुल 664 लोग हुए संक्रमित