जोधपुर। भारत सर्जिकल स्ट्राईक करने वाले अपने कमांडोज़ की शक्ति को और बढ़ाने जा रहा है। इन कमांडोज़ व सेनिकों को आधुनिक हथियारों से लैस किया जाएगा। इस दौरान सर्जिकल स्ट्राइक करने वाले कमांडोज़ को आॅटोमेटेड वेपन्स दिए जाऐंगे। भारतीय कमांडोज़ द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक को और मारक बनाया जा सकेगा। इस मामले में लेफ्टिनेंट जनरल विनोद भाटिया ने कहा कि माॅर्डनाइजेशन हेतु सेना को 300 करोड़ रूपए दिए जाऐंगे। सरकार द्वारा स्पेशल फोर्सेस को अमेरिका के सील कमांडोज़ की तरह घातक बनाने को लेकर प्रयास किए गए। कमांडोज़ के हाथों में नाइट विज़न से हल्के राॅकेट लाॅंचर तक दिए जाऐंगे। तीनों सेनाओं को खरीद की अनुमति देने के लिए रक्षा मंत्रालय की डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल द्वारा माॅर्डनाइजेशन योजना को अंजाम दिया जाएगा। कमांडोज़ इन हथियारों से आसानी से हथियार चला सकेंगे। उनके बंदूकों और अन्य हथियारों में साइलेंसर लगे होंगे। इससे वे साइलेंट किलर बन जाऐंगे। इसका लाभ यह होगा कि सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान कामांडोज़ द्वारा हथियार चलाने पर दुश्मन को काफी दूर तक मारने में मद मिलेगी और कामांडोज़ वापस लौट सकेंगे। सर्जिकल स्ट्राईक पर पाकिस्तान मीडिया दे रहा सर्जिकल स्ट्राईक के बाद PM मोदी करेंगे पूर्व