नई दिल्ली: इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा को लेकर भारत सरकार की चिंता बढ़ती जा रही है. इस हेतु भारत ने पाकिस्तान को एक और विरोध पत्र (नोट वर्बेल) जारी कर अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय को जारी यह 16वां विरोध पत्र है. भारतीय उच्चायोग ने इसमें वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों के उत्पीड़न की तीन घटनाओं का विशेष तौर पर जिक्र किया है. पाकिस्तान ने अगले हफ्ते नई दिल्ली में होने वाली विश्व व्यापार संगठन (डब्लूटीओ) की मंत्रिस्तरीय बैठक में भी हिस्सा लेने से इनकार कर दिया है. 19-20 मार्च, 2018 को यह बैठक होने वाली है, जिसमें हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्री परवेज मलिक को भी आमंत्रित किया गया था. पाकिस्तान से आ रही सूचनाओं के मुताबिक, वहां की सरकार ने नई दिल्ली में अपने राजनयिकोंऔ के उत्पीड़न के मुद्दे को आधार बनाते हुए इस बैठक में हिस्सा लेने से मना कर दिया है. गौरतलब है कि भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों का कार सवार दो लोगों ने उनका उस वक्त बेहद आक्रामकता के साथ पीछा किया जब वह उच्चायोग जा रहे थे, इसके अलावा भी दूसरी घटना में उच्चायोग के नैवल अटैची का एक बाइक सवार व्यक्ति ने पीछा किया. वे सेरेना होटल जा रहे थे. एक अन्य घटना के दौरान उच्चायोग के द्वितीय सचिव के साथ हुई, उनका भी एक व्यक्ति ने पीछा किया. भारत ने पाकिस्तान से इन सभी घटनाओं की जांच कराने की मांग की है. भारत के खिलाफ सिख युवाओं को ट्रेनिंग दे रहा है पाक कुपवाड़ा: सैन्य मुठभेड़ में 5 आतंकी ढेर पाकिस्तान ने आतंकी हाफिज सईद को बताया 'धर्मगुरु'