म्यांमार: भारत ने यहाँ कहा कि वह सैन्य कार्रवाई के बाद बांग्लादेश भागे विस्थापित रोहिंग्या मुसलमानों की सुरक्षित, तीव्र और स्थाई वापसी के लिए म्यांमार की मदद के लिए तैयार है. भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने स्टेट काउंसिलर आंग सान सू की समेत म्यांमार के शीर्ष नेतृत्व से राखिने प्रांत से संबंधित कई मुद्दों पर बात की. यहाँ सेना की कार्रवाई के दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा के कारण पिछले साल 7,00,000 रोहिंग्या मुसलमानों को म्यांमार के रखाइन प्रांत से पलायन करना पड़ा था. बता दें कि बड़ी संख्या में शरणार्थियों के पनाह लेने के कारण पड़ोसी बांग्लादेश में बड़ा संकट उत्पन्न हो गया था. यहाँ पर कहा गया कि,मंत्री ने राखिने प्रांत में विस्थापित लोगों की सुरक्षित, तीव्र और स्थाई वापसी की जरूरत पर बल दिया. यहाँ भारत की विदेश मंत्री सुषमा ने दोहराया कि रखाइन प्रांत से संबंधित मुद्दों को उठाने में म्यांमार की मदद करने के लिए भारत तैयार है. यहाँ कहा गया है कि उन्होंने रखाइन सलाहकार आयोग की सिफारिशों को लागू करने के लिए म्यांमार सरकार की प्रतिबद्धता का स्वागत किया और कहा कि द्विपक्षीय रखाइन स्टेट विकास कार्यक्रम के तत्वावधान में भारत विभिन्न परियोजनाओं को लागू करने के लिए पहले से ही तैयार है. किम जोंग का ऐलान सुन खुश हुए ट्रम्प पेरिस: ISIS के आतंकी ने 2 लोगों को मारा चाकू, मौत 400 सालों से इस गांव में किसी महिला ने दिया बच्चे को जन्म