नई दिल्ली: ब्रिटेन हो या अमेरिका, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अक्सर विदेशी धरती से आरोप लगाते रहते हैं कि, भारत में लोकतंत्र मर चुका है और इसकी रक्षा करने वाले UK-US चुप हैं। लेकिन, अब दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क माने जाने वाले अमेरिका ने जो बयान दिया है, वो राहुल गांधी के लिए किसी झटके से कम नहीं है। दरअसल, राहुल गांधी इस समय 10 दिवसीय दौरे पर अमेरिका में ही हैं और भारत सरकार को घेरने के लिए लगातार कह रहे हैं कि, 'भारत में लोकतंत्र नहीं है, वहां लोगों की आवाज़ दबाई जा रही है।' हालाँकि, राहुल के बयानों से बिलकुल उलट अमेरिका ने दो टूक कहा है कि 'भारत एक जीवंत लोकतंत्र है और जिसे भी कोई संदेह हो, वो नई दिल्ली जाकर खुद इसे देख सकता है।' मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस की ‘नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल’ (NSC) में बतौर स्ट्रेटेजिक कम्युनिकेशन्स सेक्रेटरी काम कर रहे जॉन किर्बी ने कहा है कि, 'मुझे उम्मीद है कि लोकतांत्रिक संस्थानों की मजबूती और सेहत चर्चा का विषय बनी रहेगी। हम कभी इसे लेकर शर्माते नहीं हैं और दोस्तों के बीच ये चलता ही रहता है। विश्व में किसी के साथ भी हम अपनी चिंताओं को साझा कर सकते हैं। पीएम मोदी का अमेरिका दौरा गहरी और मजबूत दोस्ती एवं साझेदारी को और आगे लेकर जाएगा।' दरअसल, किर्बी से सवाल किया गया था कि, क्या अमेरिका भारत में लोकतंत्र की सेहत को लेकर चिंतित है ? इस पर उन्होंने कहा कि, भारत एक जीवंत लोकतंत्र है और जिसे भी इस बात पर शक हो, वह खुद दिल्ली जाकर देख ले। जॉन किर्बी ने आगे कहा कि राष्ट्रपति जो बायडेन भी प्रधानमंत्री मोदी के साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। 22 जून को पीएम मोदी US हाउस में सीनेट और रेप्रेसेंटेटिव्स की संयुक्त बैठक को भी संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि, अमेरिका में किसी विदेशी अतिथि के लिए ये सर्वोच्च सम्मान होता है। बता दें कि 2014 में पीएम बनने के बाद मोदी का ये छठा US दौरा होगा। अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट ने भी प्रधानमंत्री मोदी की पेंटागन यात्रा को लेकर बयान दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, विभाग के प्रिंसिपल डिप्टी सेक्रेटरी वेदांत पटेल ने कहा कि भारत के साथ साझेदारी US के सबसे बड़े रिश्तों में से एक है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था, कारोबार और सुरक्षा के क्षेत्र में अमेरिका-भारत के रिश्ते और सशक्त होंगे। अमेरिकी सांसदों ने पीएम मोदी को पत्र भी लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री के संबोधन में भारत के भविष्य को लेकर उनके विजन और दोनों देशों की चुनौतियों के संबंध में पता चलेगा। बता दें कि, व्हाइट हाउस की तरफ से यह बयान ऐसे समय में आया है, जब राहुल गांधी उसी देश में विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होकर पीएम मोदी के खिलाफ माहौल बनाने में लगे हुए हैं और भारत के लोकतंत्र को मर चुका बता रहे हैं। हालाँकि, अमेरिकी राष्ट्र्पति जो बाइडेन के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का डिनर कार्यक्रम भी इसी महीने प्रस्तावित है। 5000 वर्ष प्राचीन शिव मंदिर! अतिक्रमण मुक्त कराकर सीएम सरमा ने करवाया पुनर्निर्माण, बोले- स्वर्ग जैसी अनुभूति हो रही.. ओडिशा ट्रेन हादसे की जांच से क्यों घबरा रहीं ममता बनर्जी, क्या TMC ने रची थी साजिश ? - शुभेंदु अधिकारी ने की CBI जाँच की मांग सिद्धारमैया को 'सिद्धरमुल्ला खान' कहने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने युवक को पीटा, पोस्टर से मंगवाई माफ़ी, Video