भारत की मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आजादी के नारे लगाने वाले प्रदर्शकारियों पर सवाल उठाते हुए बुधवार को कहा कि देश तो पहले ही आजाद है. उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 19 (1) के तहत देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का प्रयोग किया जाता है, लेकिन यह अनुच्छेद हमें इस तरह की आजादी पर समुचित प्रतिबंध की भी याद दिलाता है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार पर जे पी नड्डा ने कार्यकर्ताओं को दी संजीवनी इसके अलावा प्रसाद ने ट्वीट किया, 'हम आजकल कुछ जगहों पर 'आजादी-आजादी' के नारे सुन रहे हैं. किस से आजादी? लोग खुलकर सरकार की आलोचना करते हैं. वह किसी को चुन सकते हैं या किसी को नकार सकते हैं. उनमें से कुछ विश्वविद्यालयों का घेराव और पुलिस के खिलाफ नाराजगी भी जता चुके हैं. फिर किससे आजादी?' CAA और NRC : सीएम ममता बनर्जी ने कानून को नकारा, कहा-अगर वे आपके घर आते हैं... आपकी जानकारी के लिए बता दे कि भाजपा के वरिष्ठ नेता ने 'टाइम्स नाउ समिट' को संबोधित करते हुए कहा, 'आपकी आजादी का आलम यह है कि आप अपने ही विश्वविद्यालय का घेराव करते हैं और पुलिस से भी लड़ते हैं. फिर आपको किससे आजादी चाहिए? इस सवाल पर बहस होनी चाहिए. निर्भया की मां को रोता देख अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने पास आकर बोली कमाल की बात क्या आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार लड़ पाएंगे चुनाव!, सुप्रीम कोर्ट आज लेगी फैसला गरीबी को मुफ्त उपहार देने पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सरकार को दी खास सलाह