जोहानसबर्ग: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ब्रिक्स सम्मेलन के दूसरे दिन सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछले 4 सालों से भारत सरकार अफ्रीका में शांति स्थापित करने के लिए प्रयत्नशील है साथ ही भारत हमेशा अफ्रीकी देशों के विकास में सहयोग करने के लिए तत्पर है. भारत और अफ्रीकी देशों के बीच संबंधों को बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत के प्राइवेट सेक्टर ने अफ्रीकी देशों में 54 बिलियन यूएस डॉलर्स का निवेश किया है, वहीं भारत सरकार ने भी 40 से ज्यादा देशों को 11 बिलियन यूएस डॉलर्स बतौर कर्ज दिए हैं. SATIRE: देश में भुखमरी के बीच विदेश को गाय का दान इससे पहले पीएम मोदी ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि ब्रिक्स के सभी सदस्यों के प्रगतिशील विचार और प्रभावशाली कदम ब्रिक्स को मजबूत करने और उसे एक नई दिशा में ले जाने में मददगार होंगे. इससे पहले गुरुवार को चौथी औद्योगिक क्रांति पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि युवाओं का भविष्य तैयार करने के लिए हमें स्कूलों और विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रमों को तकनीक के अनुसार बदलना होगा. 30 हजार करोड़ खर्च फिर भी स्मार्ट न कर पाए मोदी शहर को पुतिन से भी मिले पीएम मोदी गुरुवार देर रात पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी चर्चा की. दोनों राजनेताओं के बीच द्विपक्षीय सम्बंधों और वैश्विक मुद्दों को लेकर चर्चा हुई. सूत्रों के अनुसार व्यापर और निवेश, ऊर्जा, रक्षा और पर्यटन के मुद्दों पर दोनों राजनेताओं ने चर्चा की. पीएम मोदी ने खुद इस मुलाकात के बारे में ट्वीट करते हुए लिखा है कि ''राष्ट्रपति पुतिन के साथ विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत और रचनात्मक चर्चा हुई, रूस के साथ भारत की दोस्ती बहुत गहरी है और हमारे देश विभिन्न क्षेत्रों में साथ मिलकर काम करते रहेंगे." खबरें और भी:- तीसरी बार मिले पीएम मोदी और जिनपिंग, ये रहे मुद्दे ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होंगे पीएम मोदी, जिनपिंग से भी मिलेंगे ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान मिलेंगे पीएम मोदी और जिनपिंग